समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23नवंबर। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजेश पायलट के बेटे सचिन पायलट ने अपने पिता के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की टिप्पणी को तथ्यात्मक रूप से गलत बताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का बयान तथ्यों से परे है और ऐसे बयान जनता का ध्यान भटकाने के लिए दिये जाते हैं. उन्होंने कहा कि उनके पिता जीवन भर एक समर्पित कांग्रेसी रहे. प्रधानमंत्री ने बुधवार को राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘राजेश पायलट जी ने एक बार कांग्रेस के इस परिवार को, कांग्रेस की भलाई के लिए चुनौती दी थी, लेकिन यह परिवार ऐसा है कि राजेश जी को तो सजा दी उनके बेटे (सचिन पायलट) को भी सजा देने में पड़े हुए हैं.’ PM मोदी का इशारा उस घटना की ओर था जब दिवंगत राजेश पायलट ने 1997 में पार्टी अध्यक्ष पद के लिए सीताराम केसरी के खिलाफ चुनाव लड़ा और इसके बाद पार्टी आलाकमान का समर्थन एक तरह से गंवा दिया था.
सचिन पायलट ने न्यूज एजेंसी PTI से बात करते हुए कहा, ‘मेरे दिवंगत पिता ने 1998 में शरद पवार के साथ मिलकर सीताराम केसरी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा था और उस समय सोनिया गांधी सक्रिय राजनीति में नहीं थीं. केसरी ने वह चुनाव जीता और बाद में पवार और मेरे पिता दोनों को कार्यसमिति में नामांकित किया; एक स्वस्थ लोकतांत्रिक संगठन और राजनीतिक दल को इसी तरह काम करना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘जहां तक मेरा सवाल है, मुझे बहुत कम उम्र में संसद सदस्य बनने का मौका दिया गया और मैंने कई वर्षों तक केंद्र सरकार और राज्य स्तर पर कई जिम्मेदारियां निभाई हैं.’ कांग्रेस नेता ने कहा कि किसी को भी उनकी और उनके राजनीतिक भविष्य की चिंता नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मुझे अपनी पार्टी और लोगों की चिंता है और मुझे यकीन है कि वे मेरे भविष्य का अच्छे से ख्याल रखेंगे.’
पायलट ने कहा कि उनके पिता इंदिरा गांधी से प्रेरणा लेकर कांग्रेस में शामिल हुए और लंबे समय तक जनता की सेवा की और जीवन भर सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ी. टोंक निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ रहे कांग्रेस नेता ने कहा, ‘दशकों से हमारे सम्बन्ध गांधी परिवार से है. पार्टी के साथ तो है ही और ये रिश्ता दिल का है, ये रिश्ता पुराना है और मुझे लगता है इसमें किसी को बहुत ज्यादा बयान देने की जरुरत नहीं है.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भाजपा के अभियान को लोगों और मतदाताओं के बीच लोकप्रियता नहीं मिल रही है, इसलिए वे अब तथ्यात्मक रूप से गलत बयानों पर ध्यान भटकाना चाहते हैं. यह स्पष्ट संकेत है कि भाजपा बैकफुट पर है.’ पायलट ने कहा कि वह कांग्रेस की कार्य समिति में हैं और उन्हें जो जिम्मेदारियां दी गई हैं, उन्होंने उसका निर्वहन किया है और आगे भी करते रहेंगे. उन्होंने कहा, ‘मैं भाजपा नेताओं से आग्रह करूंगा कि वे विकास के एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करना शुरू करें और राजस्थान में सरकार में रहते हुए अपने प्रदर्शन और अपने रिपोर्ट कार्ड पेश करने पर बहस करें.’ पायलट ने कहा कि ऐसे बयानों से पता चलता है कि भाजपा ‘बैकफुट’ पर है, क्योंकि भाजपा लगातार अलग-अलग राज्यों में हार रही है और कांग्रेस सरकार बना रही है.