रांची के अनगड़ा स्थित गेतलसूद डैम में 8000 से ज्यादा मछलियों की मौत, कृषि मंत्री ने दिए जांच के आदेश
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17सितंबर। रांची के अनगड़ा स्थित गेतलसूद डैम में उस वक्त हड़कंप मच गया जब 8,000 से ज्यादा मछलियां मृत पायी गई. विभागीय मंत्री बादल पत्रलेख ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मत्सय विभाग के सचिव को मछलियों की मौत की जांच के आदेश जारी किए हैं. विभागीय मंत्री ने बादल पत्रलेख कहा कि गेतलसूद डैम में कुल 24 केज हैं, जिनमें से 4 केज में मछलियों की मौत हुई है. मंत्री ने कहा, समिति के अध्यक्ष की मानें तो करीब 8 हजार मछलियों की मौत हुई है. जबकि महेशपुर केज में सभी मछलियां सुरक्षित हैं.
मंत्री बादल पत्रलेख के आदेश के बाद विभाग के सचिव ने जिला मत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि रविवार को मामले की जांच करें और मत्स्य पालकों को बीज और सीड दोनों उपलब्ध कराएं. अगर जल किसी कारण से प्रदूषित हुआ है तो जांच कर अविलंब रिपोर्ट करें. वहीं, जिला मत्स्य अधिकारी अरूप कुमार चौधरी ने मीडिया एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि गेतलसूद बांध में मछली पालन के लिए पिंजरेनुमा आकार वाली चार संरचना बनाई गई थीं. जिनमें 500 ग्राम से एक किलोग्राम तक वजन वाली मछलियां मृत पायी गई.
चौधरी ने कहा कि, “मछलियों की मौत के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें ऑक्सीजन की कमी, बीमारी या प्रदूषण जैसी चीजें शामिल हैं. अधिकारी ने कहा हमें संदेह है कि ऑक्सीजन की कमी या बीमारी इन मछलियों की मौत का कारण हो सकती है. हालांकि पूरी जांच होने के बाद ही सही कारणों का पता चलेगा. चौधरी ने बताया कि घटना स्थल से सटे महेशपुर इलाके में मछली पालन के लिये पिंजरेनुमा आकार वाली लगभग 300 संरचनाएं हैं और वहां लगभग डेढ़ टन मछली पाली जा रही हैं और वे सभी सुरक्षित हैं.