समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30अगस्त। सऊदी अरब में सरकार के खिलाफ ट्वीट करने पर एक शख्स को फांसी की सजा सुनाई गई. मोहम्मद अल-गामदी नाम के शख्स ने X पर भ्रष्टाचार और मानवाधिकारों के हनन की निंदा करते हुए सरकार की आलोचना की थी. बता दें, मोहम्मद के X पर मात्र 9 फॉलोवर हैं.
ये फैसला देश की विशेष आपराधिक अदालत ने जुलाई में सुनाया था. ये अदालत देश में आतंकवाद के मामलों को देखती है. अल-गामदी के भाई ने AFP से बात की और कहा कि उनके भाई को X पर ट्वीट करने पर फांसी की सजा सुनाई गई.
AFP के मुताबिक, मोहम्मद अल-गामदी के खिलाफ आरोपों में सऊदी नेतृत्व के खिलाफ साजिश, राज्य संस्थानों को कमजोर करना और आतंकवादी विचारधारा का समर्थन करना शामिल है.
जानकारी के मुताबिक, मोहम्मद ने सरकार की आलोचना की थी और कैदियों का समर्थन किया था. साथ ही सलमान अल-अवदा और अवद अल-क़रनी जैसे धार्मिक मौलवियों को जेल में डालने के खिलाफ लिखा था.
गल्फ सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि मोहम्मद के X पर केवल 9 फॉलोवर हैं.
राइट्स ग्रुप ALQST की निगरानी और संचार प्रमुख लीना अल-हथलौल ने कहा,“दुनिया कैसे विश्वास कर सकती है कि देश में सुधार हो रहा है जब एक नागरिक को 10 से कम फॉलोअर्स वाले गुमनाम अकाउंट पर ट्वीट करने पर उसका सिर काट दिया जाएगा?”
अल-हथलौल ने कहा,“सऊदी अदालतों का दमन बढ़ रहा है. सुधार के अपने खोखले वादों को सार्वजनिक रूप से उजागर कर रही हैं।”
मोहम्मद के भाई सईद अल-गामदी एक प्रमुख धार्मिक विद्वान हैं. उन्होंने कहा कि देश का राजनीतिक माहौल केवल एक राय व्यक्त करने के लिए दमन, आतंक और राजनीतिक गिरफ्तारियों से प्रदूषित है, यहां तक कि ये स्थिति आलोचना करने वाले ट्वीट या लाइक करने वाले ट्वीट पर भी है.
बता दें, सऊदी को अपने मानवाधिकार रिकॉर्ड और मृत्युदंड की अधिक सजा के लिए अक्सर निंदा का सामना करना पड़ता है. एएफपी टैली के अनुसार, पिछले साल देश ने 147 लोगों को फांसी दी. इस साल अब तक 94 लोगों को फांसी दी जा चुकी है.