अयोध्या से शोभायात्रा में हिस्सा लेने आए संतों को नूंह जाने से रोका, टोल पर अनशन, वीएचपी के 11 लोगों को ही जलाभिषेक की अनुमति

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28 अगस्त। हरियाणा के नूंह में फिर से तनाव बढ़ गया है। हिंदू संगठन आज बृजमंडल शोभायात्रा निकालने पर अड़े हैं। वहीं, प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी है। इतना ही नहीं बाहरियों के भी नूंह आने पर रोक लगा दी गई है। जिले में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। राज्य और जिले की सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

इसी कड़ी में प्रशासन ने वीएचपी के 11 लोगों को नलहड़ महादेव मंदिर में जलाभिषेक करने की अनुमति दे दी है। वीएचपी का कहना है कि शांतिपूर्ण तरीके से 11 लोग शोभायात्रा में शामिल होंगे। अयोध्या से आए संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज को प्रशासन ने सोहना टोल प्लाजा पर रोक लिया। परमहंस आचार्य नूंह में शोभायात्रा में हिस्सा लेने के लिए जा रहे थे। परमहंस महाराज ने कहा, “मैं अयोध्या से यहां आया हूं… प्रशासन ने हमें यहां रोक दिया है, वे हमें आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं और न ही वे हमें वापस जाने दे रहे हैं। इसलिए मैं यहीं आमरण अनशन कर रहा हूं।

नूंह में प्रशासन ने एहतियातन स्कूल, कॉलेज और बैंकों को बंद रखने का आदेश दिया है। इतना ही नहीं इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया गया। नूंह में धारा 144 लागू कर दी गई है, इसके तहत सोमवार तक एक क्षेत्र में चार या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है। नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर के 1.5 किलोमीटर क्षेत्र तक भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है। इसी मंदिर पर शोभायात्रा के दौरान 31 जुलाई को हिंसा फैली थी। आज यहां सिर्फ स्थानीय लोगों को ID देखकर एंट्री दी जा रही है।

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