
*कुमार राकेश
कांग्रेस पार्टी ने एक ट्वीट किया है.उस ट्वीट में कांग्रेस के राज दुलारे “राहुल गाँधी और बुलडोज़र” के स्केच दिखाए गए हैं .उस ट्वीट में लिखा गया है –नफरत के खिलाफ मोहब्बत का एक योद्धा-मतलब –नफरत कौन फैला रहा है ? जो मर रहा है .जो मारा जा रहा है.जिसका सुनियोजित साज़िश के तहत संपत्ति और जान माल का नुकसान किया जा रहा है.सरकारी संपत्ति को जला रहा है .ऐसे काम कौन कर रहा है,जिन्हें राहुल अपने भाई बता रहे हैं .वो कौम मुसलमान है . कांग्रेस के राज दुलारे नेता राहुल गाँधी के नए प्रगतिशील विचार के तहत ये सारे गैर क़ानूनी ,हिसक ,हत्या जैसे जघन्य अपराध मोहब्बत की श्रेणी में आते हैं तो नफरत किसे कहा जायेगा?
वाह जी वाह! कमाल है ! क्या चाहते हैं आप राहुल जी ?80 प्रतिशत से ज्यादा की आबादी वाले हिन्दू और अन्य गैर मुस्लिम लोग देश छोड़ कर चले जाये? पर जाये तो जाये कहाँ -राहुल गाँधी के ननिहाल इटली या जल समाधि के लिए बंगाल की खाड़ी ?
कांग्रेस की ये एक पक्षीय कैसी मोहब्बत है ,जो सिर्फ एक ऐसी तथाकथित किताब से जुडी है .शर्म आनी चाहिए राहुल गाँधी आपको .भारत में हर वक़्त आप और आपके लोग भारत को तोड़ने की साज़िश में लिप्त दिखाई दे रहे हैं .कभी पाकिस्तान के साथ तो कभी चीन के साथ .क्यों ?भारत का समग्र विकास आपको रास नहीं आ रहा है ,क्यों ?
राहुल जी ,आपकी ये तुष्टिकरण वाली दो टके की राजनीति अब नहीं चलने वाली .सही कहा था प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी ने संसद में .कांग्रेस का अहंकार और देश विरोधी रवैया ने इस पार्टी को 400 से 40 की संख्या तक पहुंचा दिया है ,फिर भी उनकी अकड़ अभी कम नहीं हुयी है,जबकि 2 की संख्या से 303 आने के बाद भी भाजपा तन मन से,निष्काम भाव,नम्र भाव से राष्ट्र सेवा में जुटी हुई है .
ऐतिहासिक तौर पर देखा जाये तो इसमें बेचारे राहुल गाँधी की कोई बड़ी गलती नहीं है .इनके खानदान वालो में जवाहर लाल नेहरु ,इंदिरा गाँधी ,राजीव गाँधी ने वही सब किया ,जो ये करने की आज भी कोशिश कर रहे हैं .बात बात पर उस संविधान की दुहाई देने की कोशिश होती है ,जिसे राहुल के पुरखो ने,खानदान वालो ने 100 से ज्यादा बार तोड़ मरोड़ कर एक सुविधाजनक वस्तु के तौर पर परिणत कर दिया था.लेकिन अब तुष्टीकरण और नहीं.ये देश के साथ कैसा मजाक है ? ऐसा क्यों? कब तक? किस लिए?
राष्ट्रवाद की नजरिये से देखने से पता चलता है कि एक सुनियोजित साज़िश के तहत 1947 के बाद भी इन लोगो ने देश को टुकड़े टुकड़े करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.आज़ादी के पहले भी विश्व का सबसे घृणा किये जाने वाले पंथ इस्लाम को बढ़ावा दिया.पाकिस्तान बनवाया गया था नेहरु की जिद की वजह से.इतिहास गवाह है महात्मा गाँधी और नेहरु ने मिलकर भारत को कई बार खंडित करने की अथक कोशिशे की.लेकिन असफल हुयें.उसका कारण सुभाष बोस ,आज़ाद ,भगत सिंह ,अशफाक उल्लाह,बिस्मिल ,राजगुरु,लाल-बाल-पाल,जैसो अनेको देश भक्तो का निश्चल प्रेम रहा देश के प्रति.वैसे तो गाँधी नेहरू की जोड़ी ने तो ऐसे कई देश भक्तो को समय रहते अंग्रेजो की मदद से निपटा भी दिया था. समय रहते यदि सरदार पटेल,राजेंद्र प्रसाद ,अंबेडकर,कृपलानी जैसे नेता नहीं होते तो ये भारत कबका इस्लामिक देश बन चुका होता .
हाल में मुद्दे नूह-मेवात दंगे मसले पर राहुल गाँधी ने मोहब्बत की पैगाम देने की असफल कोशिशे की हैं.वाह री मोहब्बत !कोई गर्दन काटे-वो मोहब्बत .कोई जान बचाए -वो नफरत !!देश में मुसलमानों को बसाने में महात्मा गाँधी-नेहरु की अहम् भूमिका थी.मामला सत्ता का था.इस बात का कौन जवाब देगा जब धर्म के आधार पर जब पाकिस्तान बना दिया गया था तो भारत में मुसलमानों को क्यों रोका गया,क्यों रुके वे सब .आज वो सब साजिशें साफ़ हो गयी है .पहले भी कई बार हुआ है .लेकिन बेशर्मी की कोई जाति नहीं होती.न ही कोई धर्म .सब कुछ एक्स्पोज हो गया है .ये भी साफ़ हो गया है कांग्रेस सिर्फ मुसलमानों की पार्टी है.इसलिए मेरे विचार से अंग्रेजो द्वारा गठित इस पार्टी कांग्रेस को अब नाम बदलकर कांग्रेस मुस्लिम लीग कर लेना चाहिए..
नेहरु ने भी एक ऐसा ही कथित “मोहब्बत का पैगाम” वाली मुहिम चलाकर भारत की मूल संस्कृति और इतिहास का ही कबाड़ा करने की असफल कोशिशे की थी.आपको जानकर आश्चर्य होगा कि स्वतंत्र भारत का पहला शिक्षा मंत्री एक शैक्षणिक स्तर परजाहिल मुसलमान व्यक्ति था जिसे हम मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के नाम से जानते हैं.उसके बाद तो 1947 से 1971 तक सभी शिक्षा मंत्री मुसलमान ही बनाये गए ,क्यों ? ये भी भारत की मूल संस्कृति व इतिहास के खिलाफ सुनियोजित साज़िश रही.
इन सभी कांग्रेस के नेताओ ने अपने अपने निजी व निहिर स्वार्थो की पूर्ति करते हुए देश को किनारे पर लूटने व लुटने के लिए छोड़ दिया.दादागिरी ऐसी कि राष्ट्र की संपत्ति अपने बाप दादाओ की संपत्ति की तरह उपयोग की गयी.भारतीय नौसेना पोत पर राहुल गाँधी जैसे राज कुमारो के जन्म दिन मनाये जाते थे.कांग्रेस की दादागिरी की ऐसे कई अनगिनत किस्से हैं. वे भी क्या दिन थे? ये भी क्या दिन हैं ?
नफरत के खिलाफ मोहब्बत का योद्धा ✊ pic.twitter.com/JRaWBUPLg5
— Congress (@INCIndia) August 5, 2023
आज केंद्र में मोदी क सरकार अवैध घुसपैठियों और रोहिंग्याओ के खिलाफ कोई कारवाई करें, तो वो नफरत फैला रहे हैं .राहुल गाँधी देश की आर्थिक स्थिति को कमजोर करे तो वो मोहब्बत .नरेन्द्र भाई मोदी और उनकी सरकार भारत को विश्व की 5 वीं शक्ति बना दे ,तो वो नफरत फैला रहे हैं .राहुल गाँधी के साथ इनकी माता सोनिया गाँधी और अन्य कांग्रेस नेतागण देश में अराजकता फ़ैलाने में अहम् भूमिका अदा करे तो वो मोहब्बत.
नूह-मेवात,वायनाड और अन्य स्थलों परहिंसा ,आगजनी ,हत्या अपहरण ,बलात्कार ,लूट के साथ पाकिस्तान ज़िन्दावाद,भारत तेरे टुकड़े होंगे,सर तन से जुदा का नारा लगाने वाले लोग मोहब्बत के पैगम्बर है राहुल गाँधी के लिए ,परन्तु जो इनका विरोध करे वो नफरत फैलाना वाला देश का दुश्मन .क्या जबरदस्त परिभाषा है कांग्रेस और राहुल गाँधी के लिए मोहब्बत की .
मेरे विचार से ये राष्ट्र द्रोह है.किसी को अच्छा लगे या बुरा.मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता.मेरे विचार से जो भी भारतीय चाहे वो किसी भी जाति, धर्म ,समुदाय ,संप्रदाय से हो,यदि वो राष्ट्र कल्याण के लिए स्वयं समर्पित है ,उनको हमारा नमन है .लेकिन माफ़ करें ,हम राहुल गाँधी जैसो को राष्ट्र द्रोह की श्रेणी में रखने के मजबूर हैं आज की तारीख में .यदि कल वो सुधर जाये तो ये भारत के लिए बेहतर होगा ,जिसका सम्भावना कहीं से भी दूर-दूर तक नहीं नज़र आ रही.***
*कुमार राकेश,वरिष्ठ पत्रकार व लेखक,भारत व विश्व के कई देशो के लिए पिछले 34 वर्षो से लेखन व पत्रकारिता में सक्रिय,सम्प्रति GlobalGovernanceNews समूह और समग्र भारत मीडिया समूह के सम्पादकीय अध्यक्ष हैं .