समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8 जुलाई।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी शनिवार, 8 जुलाई को तेलंगाना पहुंचे. यहां सबसे पहले उन्होनें वारंगल शहर का दौरा किया जहां पीएम मोदी ने मशहूर भद्रकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की. इसके बाद उन्होनें लगभग 6,100 करोड़ रुपये की कई महत्वपूर्ण अवसंरचना विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बना है, तो उसमें तेलंगाना के लोगों की बड़ी भूमिका है.
उन्होंने कहा, ‘आज जब पूरी दुनिया भारत में निवेश के लिए आ रही है, विकसित भारत को लेकर इतना उत्साह है, तब तेलंगाना के सामने अवसर ही अवसर हैं.’ पीएम मोदी ने कहा कि आज हर प्रकार से बुनियादी अवसंरचना के लिए पहले से कई गुना तेजी से काम हो रहा है. उन्होनें कहा, आज का भारत नया भारत है, यह बहुत सारी एनर्जी से भरा हुआ है. 21वीं सदी के इस तीसरे दशक में हमारे पास एक गोल्डन पीरियड आया है, हमें इस मौके के हर पल का पूरा इस्तेमाल करना है और इन्हीं संभावनाओं को गति देने के लिए पिछले 9 साल में भारत सरकार ने तेलंगाना के विकास और कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दिया. इसी कड़ी में आज तेलंगाना के कनेक्टिविटी और उत्पादन से जुड़े हुए 6 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास किया गया है.
यहीं नहीं जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री केसीआर पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि तेलंगाना में भ्रष्टाचार का खुला खेल चल रहा है. तेलंगाना सरकार ने वादे के नाम पर धोखा किया. पीएम ने कहा कि तेलंगाना में परिवारवाद चल रहा है. उन्होनें कहा कि तेलंगाना सरकार ने सिर्फ 4 काम किए हैं. पहला सुबह-शाम मोदी और केंद्र सरकार को गालियां देना. दूसरा एक परिवार को ही सत्ता का केंद्र बनाना और खुद को तेलंगाना का मालिक साबित करना. तीसरा तेलंगाना के आर्थिक विकास को चौपट करना. चौथा तेलंगाना को भ्रष्टाचार में डूबाना.
तेलंगाना सरकार को घेरते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि KCR सरकार मतलब सबसे भ्रष्ट सरकार है. इनका भ्रष्टाचार के तार दिल्ली तक फैल गए हैं. हम पहले दो राज्यों या दो देशों की सरकारों के बीच विकास से जुड़े समझौतों की खबरें सुनते थे. लेकिन ये पहली बार हुआ है, जब दो राजनीतिक दलों और दो राज्य सरकारों के बीच भ्रष्टाचार की डील के आरोप लगे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने जिन परियोजनाओं की आधारशीला रखी, उनमें लगभग 5,550 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित की जाने वाली 176 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं प्रमुख हैं. इन परियोजनाओं में नागपुर-विजयवाड़ा कॉरिडोर का 108 किलोमीटर लंबा मंचेरियल-वारंगल खंड में शामिल है. इस खंड से मंचेरियल और वारंगल के बीच की दूरी में लगभग 34 किलोमीटर की कमी आएगी, जिससे यात्रा अवधि घट जाएगी और एनएच-44 तथा एनएच-65 पर यातायात की आवाजाही और बेहतर होगी.
पीएम मोदी ने एनएच-563 के 68 किलोमीटर लंबे करीमनगर-वारंगल खंड को मौजूदा दो लेन से चार लेन में उन्नत करने संबंधी परियोजना की आधारशिला भी रखी. इसके अलावा, उन्होंने रेलवे विनिर्माण इकाई, काजीपेट की आधारशिला रखी. करीब 500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित की जाने वाली इस आधुनिक विनिर्माण इकाई से वैगन निर्माण क्षमता में वृद्धि होगी.