एआईआईए और विज्ञान भारती ने नई दिल्ली में ग्लोबल इंडियन साइंटिस्ट्स एंड टेक्नोक्रेट्स फोरम बैठक का किया आयोजन

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 01जून। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) और विज्ञान भारती ने संयुक्त रूप से जीआई-वाईएसआरआई सम्मेलन (वैश्विक भारतीय युवा वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचार) का आयोजन कर रहे हैं। यह नई दिल्ली के राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर में 2 जून तक चलेगा। आयुष मंत्रालय के सचिव राजेश कोटेचा ने मुख्य अतिथि के रूप में सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर एआईआई तथा विज्ञान भारती के वरिष्ठ फैकल्टी सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने पर फोकस करते हुए विश्वभर में भारतीय डायस्पोरा के जाने-माने लोगों, विद्वानों और नेताओं की उपस्थिति रही।

सम्मेलन का प्राथमिक उद्देश्य एजेंसियों के प्रमुखों को जीआईएसटी से परिचित कराना, जारी सहयोग और साझेदारी को दिखाना, सहयोग के लिए नए अवसरों को चिन्हित करना तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने में विविधता, समानता और समावेश पर जोर देना है। यह सम्मेलन अधिक एजेंसियों को आमंत्रित करने, वैज्ञानिक तथा तकनीक डायस्पोरा को शामिल करने तथा भारतीय वैज्ञानिकों और नेताओं के बीच जारी साझेदारी और सहयोग पर फोकस करने, चर्चा करने और महत्वपूर्ण सामाजिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। इसके अतिरिक्त जीआईएसटी का उद्देश्य प्रमुख राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों पर खुले और विचारपूर्ण विमर्श तथा वैज्ञानिक संवादों के लिए एक मॉडल और मंच विकसित करना है ताकि कोई भी व्यक्ति या समूह पीछे न छूटे।

राजेश कोटेचा ने समग्र कल्याण को प्रोत्साहित करने में आयुर्वेद की भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि “हम जीआईएसटी बैठक तथा जीआई-वाईएसआरआई सम्मेलन का उद्घाटन करने के लिए उत्साहित हैं, जो वैश्विक भारतीय वैज्ञानिकों तथा टैक्नोक्रेट्स को विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति में योगदान करने के लिए अनूठा मंच प्रदान करता है।” उन्होंने कहा, “मैं युवा शोधकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि वे नवाचारी रूप से सोचें, साझा समस्याओं के मिलकर हल करें और भारत केंद्रित चुनौतियों का सक्रियता से समाधान करें।” उन्होंने कहा कि सहयोग, विभिन्न विषयी अनुसंधान में शामिल होकर और नवाचार को प्रोत्साहित कर हम विज्ञान और प्रौद्योगिक के माध्यम से भारत को ऊपर उठा सकते हैं।

एआईआईए की निदेशक प्रो. (डॉ.) तनुजा नेसारी ने कहा कि एआईआईए ने राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर में होने वाले ग्लोबल इंडियन साइंटिस्ट्स एंड टेक्नोक्रेट्स फोरम (जीआईएसटी) के साथ सह मेजबान के रूप में सहयोग किया है। इस आयोजन का हिस्सा बनना हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। सम्मेलन के दौरान वैज्ञानिक और टेक्नोक्रेट चर्चा करेंगे तथा प्रौद्योगिकी और पारंपरिक प्रणालियों यथा आयुर्वेद, कृषि और शिक्षा के लिए आयुर्वेदाहार के लिए विज्ञान की पहल के लिए एक रोडमैप बनाया जाएगा। एएआईए के वैज्ञानिकों और युवा विद्वानों को इस आयोजन से लाभ होगा।

सम्मेलन में भारत के 300 रिसर्च स्कॉलर, पोस्ट डॉक्टरल फेलो युवा जांचकर्ता और ग्रामीण नवाचारी भाग ले रहे हैं। सम्मेलन अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान और विज्ञान भारती द्वारा आयोजित तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा सह प्रायोजित है।

सम्मेलन में वैज्ञानिक प्रगति और नवाचार के मार्ग तलाशने, विषयों की विस्तृत श्रृंखला पर आकर्षक सत्र, इंटरेक्टिव चर्चा और प्रस्तुतियां दी जाएंगी। विभिन्न वैज्ञानिक विषयों के प्रतिभागियों ने अपनी विशेषज्ञता, अनुभव और अंतरदृष्टि साझा की, मूल्यवान आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान की और सहयोग के लिए अनुकूल वातावरण बनाया।

राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिषद में आयोजित इस कार्यक्रम ने भारतीय वैज्ञानिकों और टेक्नोक्रेट्स के जीवंत समुदाय को बढ़ावा देने में मील के पत्थर के रूप में काम किया, जो ज्ञान को बढ़ाने तथा समाज की भलाई के लिए वैज्ञानिक विकास को प्रेरित करने की प्रतिबद्धता में एकजुट थे।

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