गुस्ताखी माफ़ हरियाणा।

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गुस्ताखी माफ़ हरियाणा।
पवन कुमार बंसल।

डॉक्टर दिखने वाले’ भगवान’ है- बंडारू दत्रात्रेय।
‘एक भगवान तो दिखाई नहीं देता लेकिन दूसरा भगवान दिखाई देता है। डॉक्टर दिखाई देने वाले भगवान है। मरीज का इलाज करके उसे नयी जिंदगी देने के उनके प्रयासों को भुलाया नहीं जा सकता। ‘कल शाम यहाँ आयोजित चार दिवसीय यूरोलॉजी सोसाइटी ऑफ़ इंडिया की ५६ वी वार्षिक कॉन्फ्रेंस का उद्धघाटन करते हुए हरियाणा के राजयपाल बंडारू दत्रात्रेय ने उकत विचार प्रकट किये।
उन्होंने कहा की कोविड महामामारी के दौरान जिस तरह डॉक्टरों ने अपनी जान जोखिम में डाल कर मरीजों के सेवा की उसके लिए वो उनका अभिनन्दन करते है,
कॉन्फ्रेंस के संगठन सचिव ,पुष्पांजलि अस्पताल गुरुग्राम के डॉक्टर एस पी यादव ने ‘गुस्ताखी माफ़ हरियाणा को बताया की कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान,बांग्ला सहित कई देशो से आये जाने माने यूरोलॉजी विशेष्ज्ञय इस छेत्र मे हो रही नवीनतम तकनीक बारे विचार -विमर्श करेंगे।
हिंदी प्रेमी महामहिम: 
महामहिम ने अपने भाषण की शुरुआत अंग्रेजी से की लेकिन उन्होंने बीच में ही हिंदी में बोलना शुरू किया।

 

बोफोर्स के भूत का पुनर्जन्म – अब वो अवतरित हुआ अडानी बनकर।
राजीव गाँधी का पिंड छोड़ अब होगा मोदी के सर पर सवार।
हिन्दू धर्म पुनर्जन्म के सिद्धांत पर विश्वास रखता है। एक नयी बात जुडी है की मृत्यु के बाद भूत बने वयक्ति का भी पुनर्जन्म हो सकता है।
अब तक बोफोर्स तोप का भूत राजीव गांधी के सिर पर सवार था। लेकिन लगता है की अब उसका राजीव गांधी से मन भर गया है।
उसके ताजा शिकार बनने जा रहे है नरेंद्र मोदी।

अडानी और मोदी की दोस्ती जगजाहिर है। अब हिन्दरबर्ग की रिपोर्ट में अडानी के कारनामों का खुलासा होने के बाद अडानी की फर्मो को बैंकों से मिले लोन का मामला भी चर्चा में है। राहुल गाँधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा ‘ से तो बेशक कांग्रेस में कोई जान पड़ी हो या नहीं लेकिन अडानी के मुद्दे ने उसमे संजीवनी डाल दी है और कांग्रेस को यह मुद्दा उसी तरह फिट बैठ रहा है जिस तरह गर्भवती महिला को गर्भ के दौरान देसी घी।
अब देखो मोदी इस भूत का किस यंत्र तंत्र – तंत्र से इलाज करवाते है। मुख्यधारा के मीडिया पर अघोषित कब्जा है। देखो सोशल मीडिया में मोदी इस भूत के प्रचार का कैसे जवाब देते है।

मुझ को राणा जी माफ़ करना – छत पे सोया था बहनोई -में तन्ने समझ के सो गयी। मर गए मरीज -रेरा पंचकूला बुखार देखती रही।
यह गाना , शायद हरियाणा रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी पंचकूला के लिए लिखा गया था। एक मामले में अपनी गलती भी मानती है लेकिन गलती को दुरुस्त यह कह कर नहीं करती की प्रभावित पक्ष ने इसके खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर कर रखी है। इसके लिए रेरा एक्ट की धारा ३९ को ढाल बनाया गया है। इसके मुताबिक यदि प्रभावित पक्ष ने अथॉरिटी के फैसले के खिलाफ अपील कर रखी है तो अथॉरिटी अपने फैसले को दुरुस्त नहीं कर सकती।
उक्त फैसला अथॉरिटी के सदस्यों गीता सिंह राठी और नदीम अख्तर ने सुनाया है।यह फैसला फरीदाबाद के अखिल महाजन की याचिका पर किया गया है।
यहाँ तो यह हुआ की अथॉरिटी अपनी मर्जी से बहनोई यानि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग महकमे के अफसरों के साथ सो गयी और फिर गलती पकड़ी तो सेक्शन ३९ के आड़ लेकर माफ़ी मांग रही है।
SEQUENCE OF EVENTS-“GUSTAKHI MAAF HARYANA,S INVESTIGATIONS. –
Dr. Akhil Mahajan moved to in petition number 878/2018.
Then 826 /2019 decision was given in his favour.No execution was done due to connivance of RERA with Director General Town & Country Planning Officers.
Execution petition filed 641/2021by Dr Mahajan , but orders not given and kept reserved to harass him
Then orders disposed of with remarks authority can not decide as matter is in High Court 4383/2022 5386/2022
To make matter worse misconstrued orders of High Court to help licence.Mittal brothers with licence .
Rectification filed by Dr Mahajan again same tactics .Hearing not done.
Then Dr Mahajan met RERA officials in physical hearing and assailed the nefarious activities done by these officials
When pushed to corner.Matter was escalated to High Court in cwp number 19954 /2022 . Dr Mahajan complained to Haryana Governor,Bandaru Datratrey, being appointing authority of these members. Now order given and took refuge under section 39 of RERA act that once appeal has done orders can’t Earlier they kept sitting playing mouse and cat game helping DTCP by putting onus onto DTCP.
Whereas RERA has to give conditional RERA number .ironically gave same to ferrous .See how RERA failed to come to succour of home buyers in 4 years .See project stalled for simple allotment of RERA .taking years to decide simple issue .Dr Mahajan appealed to put condition do as to start project .project held up for 16 years . Building structure giving way .See RERA act is defective section 37 38 dont give powers to issue directions to DGTCP..Home buyers at mercy of God.
God bless these souls .Selection of members is not good .There must member from public to rein these rogue officials..

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