* #मुसलमानोंकेभारतपरआक्रमण करने से पहले, भारत में शासन करने से पहले, भारत में उर्दू भाषा नहीं थी !
* मुगलों की सेना में अरबी, फारसी, तुर्की, ईरानी आदि सेनाएँ थीं, जिनकी अपनी अलग अलग #बोलियाँ थीं ! इन बोलियों के सम्मिश्रण से एक #नईबोली का जन्म हुआ जिसे #छावनीबोली अर्थात् #उर्दू कहा गया !
* छावनी बोली, उर्दू को लिखने के लिए अरबी-फारसी की नस्तालीक लिपि को चुना गया !
* #नस्तालीकलिपिका_जन्म चौदहवीं पंद्रहवीं शताब्दी में ईरान में हुआ था और यह लिपि, छावनी के अधिकांश सैनिकों की जानी-पहचानी लिपि भी थी !
* इस तरह छावनी बोली उर्दू और अरबी-फारसी की नस्तालीक लिपि को मिलाकर #उर्दूभाषाका_जन्म हुआ !
* उर्दू भाषा, #भारतपरहमलावरोंकीभाषा_है !
* #भारतमेंजन्म होने के बावजूद उर्दू भाषा, भारतीय भाषा नहीं है; जिस प्रकार किसी चाइनीज दम्पत्ति के सन्तान का जन्म, प्रवास के दौरान, भारत में होने पर भी, वह #चाइनीजसंतानभारतीयनहींकहलाएंगा !
* इस पृथ्वी पर लाखों करोड़ों वर्षों से भारत ( आर्यावर्त ) का अस्तित्व है और भारत के अस्तित्व से, #भारतकीभूमिसेजुड़ीभाषाओं को ही #भारतीयभाषा कहा जाता है !
* हिंदी भाषा, बंगला भाषा, गुजराती भाषा, मराठी भाषा, तमिल भाषा, तेलुगू भाषा, कन्नड़ भाषा आदि भारत के विभिन्न राज्यों के निवासियों की #मातृभाषा है, लेकिन उर्दू भाषा, भारत के किसी भी राज्य के लोगों की मातृभाषा नहीं है; क्योंकि उर्दू भाषा, एक विदेशी भाषा है ! * भारत में करीब 200 नदियाँ हैं लेकिन किसी भी नदी का नाम उर्दू भाषा में नहीं है; क्योंकि उर्दू भाषा एक विदेशी भाषा है !
* #भारतीयसंविधान की आठवीं अनुसूची #भारतीयभाषाओंकीअनुसूची_है !
* भाषा विवादों को येन केन प्रकारेण सुलझाने के उद्देश्य से संविधान निर्माताओं ने #मुस्लिमतुष्टिकरण के लिए संविधान की आठवीं अनुसूची की 14 भाषाओं में #विदेशीभाषा_उर्दू को भी शामिल कर लिया !
* अरबी, फारसी की तरह, उर्दू भाषा भी एक #विदेशी_भाषा है ! पंजाब विश्वविद्यालय तथा अनेक भाषा विद्वानों के अनुसार भी उर्दू भाषा, एक विदेशी भाषा है !
* #अतःहमारीमाँगहैकि :
(1) #भारतीयसंविधानकीआठवीं #अनुसूचीसेविदेशीभाषा, #उर्दूभाषाकोहटायाजाय !
(2) #भारतकेविश्वविद्यालयोंमेंउर्दूभाषाकीपढ़ाई, #विदेशीभाषाकेरूपमेंहो ! —
साभार- हिंदू राष्ट्र भारत पब्लिक समूह🚩🚩🚩