भारत में ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट की दस्तक, देश में BF.7 के मिले तीन मरीज

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21दिसंबर। चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के लिए जिम्मेदार ओमिक्रॉन के सबवेरिएंट बीएफ.7 (BF.7) के तीन मामले भारत में भी सामने आए हैं. अधिकारियों ने बताया कि गुजरात जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान केंद्र ने भारत में बीएफ.7 के पहले मामले का पता लगाया था. उन्होंने कहा कि अब तक गुजरात से दो मामले सामने आए हैं, जबकि ओडिशा से एक मामला सामने आया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कोविड समीक्षा बैठक में विशेषज्ञों ने कहा कि हालांकि अभी तक कोविड मामलों की संख्या में समग्र वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन मौजूदा और उभरते वेरिएंट पर नजर रखने के लिए निरंतर निगरानी की जरूरत है.

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, चीन के विभिन्न शहर वर्तमान में कोविड के अत्यधिक संक्रामक स्वरूप ओमिक्रॉन, ज्यादातर बीएफ.7, की चपेट में हैं. यह बीजिंग में फैलने वाला मुख्य वेरिंट है. इसी के कारण चीन में कोविड संक्रमण के मामलों में भारी उछाल आया है. बीएफ.7 ओमिक्रॉन के वेरिएंट बीए.5 का सबवेरिएंट है.

इसमें संक्रमण की व्यापक क्षमता होती है और इसकी इनक्यूबेशन अवधि कम होती है. इसमें पुन: संक्रमण पैदा करने या उन लोगों को भी संक्रमित करने की उच्च क्षमता होती है, जिन्हें टीका लगाया जा चुका है. यह अमेरिका, ब्रिटेन और बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क जैसे यूरोपीय देशों सहित कई देशों में पहले ही पाया जा चुका है.

‘भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाएं’
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने लोगों को टीका लेने तथा भीड़-भाड़ वाली जगह पर मास्क पहनने की सलाह दी है. उन्होंने लोगों से नहीं घबराने की अपील की और स्पष्ट किया कि अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के दिशा-निर्देशों में अब तक कोई बदलाव नहीं किया गया है. पॉल ने कहा, ‘लोगों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना चाहिए. जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी है या बुजुर्ग हैं, उन्हें विशेष रूप से इसका पालन करना चाहिए.’

जापान, अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में मामलों में वृद्धि के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह निर्देश दिया कि वे कोविड के संक्रमित नमूनों के पूरे जीनोम अनुक्रमण को उभरते स्वरूपों पर नजर रखने के लिए तैयार करें. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा था कि इस तरह की कवायद से देश में नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय करना सुविधाजनक होगा.

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.