शिक्षा के फाउंडेशनल स्टेज के लिए देश भर में ‘बालवाटिका 49 केंद्रीय विद्यालयों’ की पायलट परियोजना की शुरुआत

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20दिसंबर। केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने 20 अक्टूबर 2022 को शिक्षा के नींव चरण (फाउंडेशनल स्टेज) के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा और देश भर में ‘बालवाटिका 49 केंद्रीय विद्यालयों’ की पायलट परियोजना की शुरुआत की।

प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम रूपरेखा (एनसीएफईसीसीई), जिसे नींव चरण (फाउंडेशनल स्टेज) भी कहा जाता है, वह चार राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (एनसीएफ) में से एक है। यह भारत में 3 से लेकर 8 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए पहला एकीकृत पाठ्यक्रम रूपरेखा है। यह 5+3+3+4 ‘पाठ्यचर्या और शैक्षणिक’ संरचना का प्रत्यक्ष परिणाम है, जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत स्कूली शिक्षा के लिए अनुशंसित किया है। एनसीएफ फॉर फाउंडेशनल स्टेज (एनसीएफएफएस) को एनसीईआरटी द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और विभिन्न संस्थानों और संगठनों के साथ एक व्यापक परामर्श प्रक्रिया के माध्यम से जमीनी स्तर पर विकसित किया गया है। श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने 20 अक्टूबर 2022 को शिक्षा के नींव चरण (फाउंडेशनल स्टेज) के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा और देश भर में ‘बालवाटिका 49 केंद्रीय विद्यालयों’ की पायलट परियोजना की शुरुआत की।

केन्द्रीय विद्यालय संगठन के नामांकन दिशा-निर्देशों और आरक्षण मानदंडों में स्पष्ट किए गए प्राथमिकता के अनुसार बालवाटिका कक्षाओं में नामांकन दिया जा रहा है।
इन कक्षाओं में एनसीईआरटी द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रमों और संसाधन सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा है।
इन कक्षाओं में खेल आधारित गतिविधियों को मुख्य रूप प्राथमिकता दी जा रही है।
यह जानकारी शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

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