पवन कुमार बंसल।
गुस्ताखी माफ़ हरियाणा: टिकटोक स्टार सोनाली फोगाट की हत्या की चार्ज शीट दाखिल…
टिकटोक स्टार सोनाली फोगाट की हत्या की चार्ज शीट दाखिल-सी बी आई ने पाया सोनाली के पी ए सुधीर सांगवान और सुखविंदर को हत्या का दोषी।
हत्या करवाने के पीछे कौन ? इसका पता लगाने में सी बी आई फेल। पता लगा नहीं पाई या लगाना नहीं चाहती थी।बकौल सी बी आई सुखविंदर और सुधीर सांगवान ने सोनाली को जबरदस्ती ड्रग्स पिलाकर उसकी हत्या की। हर हत्या के पीछे कोई मोटिव होता है और इस मोटिव का पता सी बी आई लगा नहीं पायी या फिर लगाना नहीं चाहती थी।
सुधीर और सुखबीर आखिर सोनाली का मर्डर क्यों करेंगे ?उसके मर्डर से उन्हें सोनाली की प्रॉपर्टी तो मिलने वाली नहीं थी क्योंकि वे उसके लीगल वारिस नहीं थे। राजनीत्ति में तेजी से उभर रही सोनाली ने अपनी मुंहफट जुबान से कई प्रभावशाली नेताओं को अपना दुशमन बना लिया था। आदमपुर असेंबली का उपचुनाव उसकी मौत को करीब ले आया। भाजपा की टिकट की दावेदार थी वो लेकिन कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में आने से सारे समीकरण बदल गए।
सोनाली का टिकट का दावा फ़ुस्स हो गया।
सोनाली ने सरेआम यह धमकी दी थी को उसकी टिकट कोई नहीं काट सकता। राजनितिक कारनो के चलते कुलदीप को टिकट देना जरुरी था। ऐसे में सोनाली कुछ प्रभावशाली लोगो के लिए टाइम बम्ब साबित हो रही थी।इधर सोनाली की विपक्ष के नेता पूर्व मख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हूडा से भी मुलाकात हो चुकी थी और ऐसी चर्चा थी के यदि भाजपा ने सोनाली को टिकट नहीं दिया तो वो कांग्रेस की उमीदवार हो सकती है। यदि सोनाली मैदान में होती तो मुकाबला काफी रोचक हो जाता। फिर सोनाली भाजपा नेताओ का कच्चा चिठा भी सार्वजानिक कर सकती थी।
सोनाली की बोल्डनेस का एक किस्सा भाजपा नेता ने सुनाते हुए बताया की एक बार वो दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पार्टी के हरियाणा के इंचार्ज अनिल जैन को मिलने गयी तो गेट पर बैठे सिक्योरिटी वाले ने उसे रोक दिया। बस सोनाली का पारा सातवे आसमान पर और वो रणचंडी की तरह उसे धक्का देते हुए जैन के कमरे में चली गयी। और जैन को वो खरी खरी सुनायी की जनाब को पसीना आने लगा। बोली की हम वर्कर है। दिन रात काम करते है और आपके पास मिलने का समय भी नहीं। बस जैन साहिब भी समझ गए की उनका पाला हरियाणा की शेरनी से पड़ा है । अपने स्टाफ को सख्त निर्देश दिए की जब भी सोनाली आये उसे अंदर आने दे।
भगवान उसकी आत्मा को शांति दे। सुधीर और सुखबीर को अदालत से सजा भी हो जाएगी ,लेकिन यह सवाल जिन्दा रहेगा की आखिर उसकी हत्या क्यों और किसने करवाई।