समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18नवंबर। ट्विटर का कंट्रोल एलन मस्क के हाथों में आने के बाद से ही कंपनी से हजारों कर्मचारियों की कटौती कर दी गई है. कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 5500 कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों में से करीब 4400 को नौकरी से निकाल दिया गया है. एक्सियोस और सीएनबीसी कई रिपोर्ट्स में तो दावा किया गया है कि कर्मचारियों को निकालने से पहले उन्हें नोटिस तक नहीं दिया।
सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, निकाले गए कर्मचारियों को सिस्टम में एक्सेस नहीं मिलने के बाद उन्हें पता चला कि उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है. बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों को भेजे गए इंटरनल मेल में बताया गया है कि कंपनी को फिर से पटरी पर लाने और बचत करने के तहत ये कदम उठाया गया है. खबरों की मानें तो ट्विटर की इंटरनल कॉम्यूनिकेशन टीम ने भी काम करना बंद कर दिया है.
बता दें कि ट्विटर को टेकओवर करने के बाद ही एलन मस्क ने सबसे पहले कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल और दूसरे बड़े अधिकारियों को निकाला. इसके बाद बिना नोटिस बड़े स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी की गई. इसके लिए ट्विटर के संस्थापक जैक डोर्सी ने कंपनी के कर्मचारियों से माफी मांगी और कहा इसके लिए वो जिम्मेदार हैं.