समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 16नवंबर। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने कहा है कि कपंनी जल्द भारत के लिए अपनी सबसे सस्ती टेस्ला कार लॉन्च करेगी। एलन मस्क ने इंडोनेशिया में चल रहे G20 समिट को संबोधित करते यह बात कही। मस्क ने कहा कि हमें लगता है कि कंपनी को सस्ते और किफायती व्हीकल्स बनाने से ज्यादा फायदा होगा। वह अपनी सस्ती टेस्ला कार को भारत और इंडोनेशिया जैसे देशों में लॉन्च करना चाहते हैं जहां कारों की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ रही है।
उल्लेखनीय है कि टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारें काफी ज्यादा महंगी होती है। भारत की मौजूदा इम्पोर्ट नीति के चलते उन गाड़ियों को देश में आयात करने पर इम्पोर्ट ड्यूटी के कारण उनकी कीमत बाकी कारों के मुकाबले काफी ज्यादा हो जाती है। ऐसे में मस्क की नई और सस्ती कार बनाने की घोषणा करना एक क्रांतिकारी कदम सिद्ध हो सकता है।
भारत जैसे देशों के लिए बनाई जाएगी सस्ती इलेक्ट्रिक कार
दुनिया भर में बढ़ती इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की डिमांड को देखते हुए एलन मस्क इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर अपना ध्यान फोकस कर रहे हैं। उनकी कंपनी इलेक्ट्रिक ट्रक और सेल्फ-ड्राईविंग कार भी बना रही हैं। परन्तु उनके वाहनों की कीमत ज्यादा होने के कारण आम मध्यमवर्गीय परिवार के बजट से बाहर है। ऐसे में वे अपनी सस्ती इलेक्ट्रिक कार के जरिए मध्यम वर्ग को भी लुभाना चाहते हैं। संभवतया इसी कारण उन्होंने G20 समिट में यह बात कही।
दरअसल एलन मस्क काफी लंबे समय से देश में अपनी इलेक्ट्रिक कारें लाकर बेचना चाहते हैं। इसके लिए वह लगातार भारत सरकार के साथ बातचीत भी कर रहे हैं। मस्क अपनी कारों पर इम्पोर्ट ड्यूटी कम करवाना चाहते हैं, जबकि भारत सरकार चाहती है कि टेस्ला कारों का निर्माण भी भारत में ही हो। सरकार इसके लिए मस्क को कई तरह की रियायतें भी देने के लिए तैयार है।
टेस्ला के साथ हुई एक मीटिंग में भारत सरकार के प्रतिनिधि ने कहा कि टेस्ला यदि कम्प्लीटली नॉक डाउन (CKD) पार्ट्स को असेंबल करने के बजाय भारत में ही कार बनाने का प्लांट लगाती है तो उसके प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।
भारत सरकार की इम्पोर्ट नीति के अनुसार जिन कारों की कीमत 40,000 डॉलर से ज्यादा होती है, उन पर सौ फीसदी इम्पोर्ट ड्यूटी लगती है। यदि कार की कीमत इससे कम होती है तो उस पर 60 फीसदी तक इम्पोर्ट ड्यूटी देनी होती है। यही कारण है कि भारत में टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारें मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू कारों से भी ज्यादा महंगी पड़ती है।