समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 1नवंबर। गुजरात में प्रधानमंत्री मोदी मोरबी में उस जगह पहुंचे हैं, जहां बीते 30 अक्टूबर को ब्रिज गिरने की घटना हुई थी, 135 लोगों की मौत हो चुकी है. दुर्घटनास्थल पर तीसरे दिन खोज और बचाव अभियान जारी है. दुर्घटनास्थल का जायजा लेने के बाद पीएम मोदी सिविल अस्पताल पहुंचे हैं, जहां पीड़ितों से मिले और उनका हल जाना.
अधिकारियों ने पीएम मोदी को पुल टूटने के बाद चलाए जा रहे बचाव अभियान के बारे में जानकारी दी. पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री भूपेश पटेल भी मौजूद हैं. प्रधानमंत्री पुल हादसे के स्थान पर बचाव कार्य की समीक्षा करने के बाद सिविल अस्पताल पहुंचे हैं, जहां पीड़ितों से मिले और यहाँ से पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे हैं.
Gujarat | Prime Minister Narendra Modi met the injured admitted to Morbi Civil Hospital.#MorbiBridgeCollapse led to the deaths of 135 people so far. pic.twitter.com/UaKF2XcbCP
— ANI (@ANI) November 1, 2022
प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल के साथ मोरबी में घटना स्थल का दौरा किया, जबकि मच्छू नदी में खोज और बचाव अभियान जारी है. इस घटना में अब तक मरने वालों की संख्या 135 हो गई है.
135 शव बरामद, करीब 170 लोगों को जिंदा बचाया गया
गुजरात सरकार के मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने मंगलवार को कहा कि मोरबी पुल हादसे में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 135 हो गई है और अब तक 170 अन्य को बचा लिया गया है. सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों द्वारा मच्छु नदी में बचाव अभियान अभी जारी है. राजकोट रेंज के महानिरीक्षक (आईजी) अशोक कुमार यादव ने सोमवार को कहा था कि रविवार शाम को मोरबी में पुल के टूटकर गिरने से 134 लोगों की मौत हो गई. गुजरात के कैबिनेट मंत्री त्रिवेदी ने मंगलवार को कहा, ”अब तक बचाव दलों ने 135 शव बरामद किए हैं, जबकि नदी में गिरे करीब 170 लोगों को जिंदा बचा लिया गया है.”
17 लोगों का मोरबी के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा
मंत्री ने राजधानी गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा, ”सभी मृतकों के परिजनों को पहले ही गुजरात सरकार द्वारा घोषित चार-चार लाख रुपए का मुआवजा दिया जा चुका है. पीएमनरेंद्र मोदी द्वारा घोषित दो-दो लाख रुपये का मुआवजा जल्द ही उनके बैंक खातों में डीबीटी (प्रत्यक्ष बैंक अंतरण) के माध्यम से जमा किया जाएगा.” उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद बचाए गए लोगों में से केवल 17 लोगों का मोरबी के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.