जेएनपीटी से दिल्ली तक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे का पहला चरण इस साल पूरा होगा- केंद्रीय परिवहन मंत्री
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने मुंबई में आर.डी. एंड एस.एच. नेशनल कॉलेज और एस.डब्ल्यू.ए. साइंस कॉलेज में जैविक उद्यान का उद्घाटन किया
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18अक्टूबर। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को आर.डी. एंड एस.एच. नेशनल कॉलेज और एस.डब्ल्यू.ए. साइंस कॉलेज में जैविक उद्यान का उद्घाटन किया। आर.डी. और एस.एच. नेशनल कॉलेज और एस.डब्ल्यू.ए. साइंस कॉलेज ने ‘एनवायरनमेंट सस्टेनेबिलिटी इनिशिएटिव्स बाय आर.डी. नेशनल कॉलेज’ पर एक पुस्तक का भी विमोचन किया। आज उद्घाटन किए गए जैविक उद्यान के अलावा, कॉलेज में एक जल पुनर्चक्रण संयंत्र, एक औषधीय उद्यान, सौर पैनल भी हैं।
देश में पर्यावरण के अनुकूल, पुनर्चक्रण पहल का विवरण साझा करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ भी अपशिष्ट नहीं होता है और उपयुक्त तकनीक के उपयोग से हम कचरे को संपत्ति में बदल सकते हैं। उन्होंने कहा, “पिछले 8 वर्षों से, हम नागपुर के सीवेज के पानी को रीसाइक्लिंग कर रहे हैं और इसे बिजली उत्पादन के लिए महाराष्ट्र सरकार को बेच रहे हैं। हम सालाना रॉयल्टी के रूप में 300 करोड़ रुपए कमा रहे हैं। ” उन्होंने मथुरा, उत्तर प्रदेश में की जा रही इसी तरह की परियोजनाओं का विवरण भी साझा किया।
हरित ईंधन के महत्व को दोहराते हुए, मंत्री ने कहा कि सड़क परिवहन मंत्रालय वर्ष 2000 से ऊर्जा और बिजली क्षेत्र की ओर कृषि के विविधीकरण पर काम कर रहा है। “हम गन्ने से इथेनॉल जैसे हरित ईंधन बना रहे हैं जो कि किफायती, प्रदूषण मुक्त और स्वदेशी है, इसलिए यह ईंधन के आयात को कम करने में मदद करता है।” केंद्रीय मंत्री ने कहा, “नैतिकता, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण हमारे समाज के तीन महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।”
सड़क परिवहन मंत्री ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे की स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पहले चरण यानी दिल्ली से जेएनपीटी तक का काम इसी साल पूरा हो जाएगा। “मेरी योजना नरीमन पॉइंट को दिल्ली से जोड़ने की है, जिससे यह यात्रा महज 12 घंटे की हो जाए।”
सड़क और परिवहन मंत्रालय की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मुझे यह जानकर पीड़ा होती है कि देश में लगभग एक करोड़ लोग साइकिल-रिक्शा चला रहे हैं”। उन्होंने कहा कि उनमें से 80 लाख लोग आज ई-रिक्शा चला रहे हैं। देश में 400 स्टार्ट-अप इलेक्ट्रिक स्कूटर, ई-रिक्शा आदि बना रहे हैं।
इस कार्यक्रम में हैदराबाद सिंध नेशनल कॉलेजिएट बोर्ड के सदस्यों, न्यासियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।