पुतिन के ऐलान के बाद सेना में शामिल हुए 10 लाख लोग, देश छोड़कर भागने वालों की भी लगी लंबी कतार

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23सितंबर। यूक्रेन के खिलाफ जारी जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आंशिक सैन्य लामबंदी मोबिलाइजेशन यानी रिजर्व में लाखों सैनिक जुटाने का ऐलान किया था. जिसके बाद रूस में हड़कंप मचा है. एक तरफ तो रूस की सरकार का दावा है कि करीब 10000 लोग अपनी इच्छा से सेना में भर्ती होने के लिए सामने आए हैं. तो वहीं, एएफपी समाचार एजेंसी की खबरों के मुताबिक कई रूसी नागरिक इस डर से देश छोड़ने लगे हैं कि उन्हें कहीं जंग में उतरना न पड़े. रूस से फिनलैंड भाग रहे लोगों की गाड़ियों की लंबी कतारें लगी हैं.
रूस की सेना ने कहा कि पुतिन के ऐलान के बाद 24 घंटे में 10 लाख लोग सेना से जुड़ने के लिए आगे आए समाचार एजेंसी एएफपी से बातचीत में अरमेनिया भाग रहे दिमित्री नाम के शख्स ने बताया, मैं युद्ध में नहीं जाना चाहता. मैं इस मूर्खतापूर्ण युद्ध में नहीं लड़ना चाहता हूं. हालांकि, रूस का कहना है कि नागरिकों के देश छोड़ने संबंधी खबरें बढ़ा चढ़ा कर दिखाई जा रही हैं.

पुतिन का 3 लाख सैनिकों की लामबंदी का ऐलान ऐसे वक्त पर आया, जब रूस यूक्रेन के चार हिस्सों को मिलाने की तैयारी में है. इसके लिए रूस शुक्रवार से इन इलाकों में जनमत संग्रह शुरू कराने जा रहा है. इन इलाकों में रहने वाले लोग 23-27 सितंबर के बीच अपना वोट डाल सकेंगे.

यूक्रेन के मास्को-आयोजित क्षेत्रों ने जनमत संग्रह में रूस का हिस्सा बनने के लिए मतदान शुरू कर दिया है, जिसकी कीव और उसके सहयोगियों ने अवैध भूमि हड़पने के रूप में निंदा की है. रूस के कब्जे पर जनमत संग्रह मास्को द्वारा नियंत्रित यूक्रेनी क्षेत्र में शुरू होता है, रूसी समाचार एजेंसियों की रिपोर्ट है कि कीव और पश्चिम ने “झूठे” वोट के रूप में निंदा की है. मतदान 0500 GMT पर शुरू हुआ और रूसी सैनिकों द्वारा नियंत्रित चार क्षेत्रों में मंगलवार को समाप्त होने वाला है.

कैलिनिनग्राद में रहने वाले एक अन्य व्यक्ति ने बीबीसी को बताया कि ड्राफ्ट से बचने के लिए कुछ भी करेगा. उसने कहा, मैं अपना हाथ तोड़ दूंगा, मेरा पैर तोड़ दूंगा, मैं जेल जाऊंगा, इस चीज से बचने के लिए कुछ भी करूंगा.”

(इनपुट- एजेंसी)

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.