
पवन कुमार बंसल ।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ,स्वामी धर्मदेव पटौदी और मनोहर लाल को बिन मांगी सलाह।
वैसे बिन मांगी सलाह मतलब फजीहत – लेकिन जनहित में वो भी मंजूर।
फरीदाबाद में प्रधानमंत्री मोदी ने आनंदमा के मठ द्वारा स्थापित एशिया के सबसे बड़े अस्पताल का उद्धघाटन किया। वहां जरुरतमंदो को सस्ते इलाज की सुविधा मिलेगी। बहुत ही प्रशंशीय काम किया। अब गुस्ताखी माफ़ हरियाणा जनहित में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद और स्वामी धर्मदेव से हाथ जोड़ कर अपील कर रहा है कि वे भी जनहित में ऐसा कोई अस्पताल बनवा दे.
वे भी अपने शिष्यों और प्रशंसकों से अपील करके अस्पताल के लिए अरबो रुपए इकठे कर सकते है। स्वामी ज्ञानंनंद के शिष्य तो विदेशो में भी है और काफी सम्पन है।
ज्ञानानंद जी गीता प्रवचन के लिए विदेश भी जाते रहते है। ज्ञानानंद जी ऐसा करेंगे तो भगवान कृष्ण भी खुश होंगे। आने वाली पीढ़िया उन्हें याद करेगी।
वैसे गीता के प्रवचन तो सब जानते है। अस्पताल बनवाना बहुत बड़ी मानव सेवा होगी।
स्वामी धर्मदेव भी काफी महशूर है। पुरे देश में उनके भगत है। वे भी अपने भगतो से अपील करके बहुत पैसा इकठा कर सकते है।
वैसे दोनों संत मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भी कफी नजदीक है। मनोहर लाल उन्हें बहुत सम्मान देते है। यदि वे मनोहर लाल को कह कर बिल्डरो को अपील करवा दे तो बिल्डर भी इस नेक काम के लिए काफी चंदा देंगे.. वैसे भी बिल्डर, पार्टी फण्ड में अंशदान करते रहते है।
हूडा सरकार की तरह मनोहर सरकार भी बिल्डरो पर काफी मेहरबान है। उनके बिल्डरो पर काफी एहशान है। बिल्डर उनकी बात जरूर मानेंगे।
मनोहर जी थोड़ा गुरुग्राम सिविल अस्पताल पर भी ध्यान दे लो। आप अक्सर गुरुग्राम आते रहते हो। वैसे गुरुग्राम में सेवन स्टार अस्पताल मेदांता है। लेकिन हर कोई इतना खुशनसीब नहीं कि वे वहा अपना इलाज करवा सके।