समग्र समाचार सेवा
लाहौर , 25अगस्त।पाकिस्तान में भारी मानसूनी बारिश और बाढ़ से देशभर में व्यापक तबाही हो रही है। खैबर-पख्तूनख्वा सरकार ने चार जिलों में आपातकाल लगा दिया है। पंजाब के डेरा गाजी खान और राजनपुर जिलों में राहत सामग्री गिराई गई है। यहां दर्जनों परिवार पीड़ित हैं। पंजाब-बलोचिस्तान के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग लिंक को बहाल करने की कोशिशें अब भी जारी हैं। देश में कई क्षेत्रों में तबाही मची हुई है और कई नदियों के उफान पर होने के चलते अनेक पुल बाढ़ में बह चुके हैं। बाढ़ में कई लोगों की मौत भी हुई है। खैबर-पख्तूनख्वा सरकार ने डेरा इस्माइल खान, ऊपरी व निचले चित्राल और ऊपरी कोहिस्तान जिलों में आपातकाल लगा दिया है। गिलगित-बाल्टिस्तान में ग्लेशियर पिघलने से होपर घाटी और नगर खास पर काफी कहर बरपा है। यहां बाढ़ के चलते शमन और तोकरकोट जैसे छोटे गांव पूरे बह गए हैं और कई परिवार बेघर हो चुके हैं। बाढ़ की खराब हालत को देखते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रांतीय सरकारों के अधिकारियों के साथ एक बैठक की है। सिंधु नदी खतरे के निशान से ऊपर बाढ़ और भारी बारिश की वजह से सिंधु नदी का जलस्तर खतरे के निशान से काफी ऊपर है। नदी में बाढ़-बारिश की वजह से पांच लाख क्यूसिक से अधिक पानी है। उधर, बलोचिस्तान में क्वेटा, शोहबातपुर, मुसाखेल, डूकी, डेरा बुग्ती, खुजदार, जाफराबाद, झाल गुग्सी जिले सर्वाधिक प्रभावित हैं। आधे यूरोप पर भीषण सूखे का संकट भीषण गर्मी और हीटवेव की मार झेल रहे यूरोप का लगभग आधा हिस्सा सूखे की चपेट में आने की आशंका जताई गई है। यूरोपीय आयोग की विज्ञान और ज्ञान सेवा (जेआरसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, करीब आधे यूरोप के उपर सूखे का संकट