समग्र समाचार सेवा
पणजी, 20 अगस्त। गोवा में आयोजित ‘हर घर जल उत्सव’ कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए विपक्षी दलों ने शुक्रवार को राष्ट्र निर्माण के लिए दीर्घकालीन दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि जिन्हें देश की फिक्र नहीं होती, वो बस बड़ी-बड़ी बातें ही करते हैं, वे जल सुरक्षा के बड़े विजन के साथ काम नहीं कर सकते. मोदी ने कहा कि ‘हर घर जल’ मिशन के तहत देश के सात करोड़ घरों को महज तीन साल में पाइप से पानी दिया गया है, जबकि आजादी के बाद के सात दशकों में सिर्फ तीन करोड़ घरों में ही यह सुविधा है.
मिशन के तहत, सभी ग्रामीण परिवारों को स्वच्छ पाइप से पानी उपलब्ध कराया जाना है. उन्होंने कहा, “यह सच है कि सरकार बनाने के लिए उतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती, जितनी मेहनत से देश के निर्माण के लिए करनी पड़ती है. हम सभी ने राष्ट्र निर्माण के लिए काम करना चुना है. इसलिए हम वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों पर काम कर रहे हैं. जिन्हें देश की परवाह नहीं है, उन्हें देश का वर्तमान या भविष्य खराब करने की जरुरत नहीं है. ऐसे लोग बड़ी-बड़ी बातें जरूर कर सकते हैं, लेकिन पानी के लिए बड़े विजन के साथ कभी काम नहीं कर सकते.”
उन्होंने आगे कहा, “देश में करीब 16 करोड़ ग्रामीण परिवार ऐसे थे, जिन्हें पानी के लिए बाहरी स्रोतों पर निर्भर रहना पड़ता था. हम गांव की इतनी बड़ी आबादी को इस बुनियादी जरूरत के लिए लड़ते हुए नहीं छोड़ सकते थे. इसलिए तीन साल पहले मैंने लाल किले से घोषणा की थी कि हर घर में पाइप से पानी मिलेगा. इस अभियान पर 3.60 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और 100 साल की सबसे बड़ी महामारी के कारण रुकावटों के बावजूद इस अभियान की गति धीमी नहीं हुई. यह निरंतर प्रयास है कि मात्र तीन वर्षों में देश ने सात दशकों में किए गए कार्य से दोगुने से अधिक कार्य किया है.”