समग्र समाचार सेवा
रोहतक, 6अगस्त। चिराग याेजना के विराेधा में हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ ने अांशिक धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान जिला सीटीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। अध्यक्षता जिला प्रधान जगदीश चहल ने की। राज्य प्रधान डॉ. दिनेश निबडिया एवं संघ के राज्य उप-प्रधान खजान सिंह बड़वड़ ने संयुक्त रूप से कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से चिराग योजना लाई जा रही है। योजना के तहत सरकारी स्कूलों के आर्थिक रूप से कमजोर दूसरी से 12वीं कक्षाओं के बच्चों के 10 प्रतिशत दाखिले निजी मान्यता प्राप्त स्कूलों में कराए जाएंगे। योजना के तहत 1100 रुपए तक फीस सरकार द्वारा दी जाएगी, जोकि सरासर गलत है। इससे सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होती जाएगी। और वह बंद होने की कगार पर पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार प्राइवेट स्कूलों को दी जाने वाली फीस के बदले सरकारी स्कूलों में सुविधाएं दे। इससे शिक्षा का स्तर सुधर जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि सरकार चिराग योजना को वापस नहीं लेती है तो हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ इसे मुद्दा बनाकर सभी मंत्रियों व एमएलए के घरों का घेराव करेंगे। जिला प्रधान जगदीश चहल व जिला सचिव बलवान सिंह ने कहा कि सरकार को सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाते हुए अध्यापकों के रिक्त पड़े लगभग चालीस हजार पदों को एचटैट पास युवक-युवतियों की ओर से भरा जाना चाहिए, जिसे रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। इस अवसर पर रणबीर अहलावत , सुरेन्द्र निंबड़िया, विजेन्द्र रंगा, एडवोकेट पुनीत चहल, एडवोकेट रिंकू भोरीया, धर्मबीर सिंह, संजय कुमार, सतीश कुमार, गुगनमल, वीरेंद्र रंगा, मौजूद रहे।
