समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 25जुलाई। उद्धव ठाकरे के पुत्र और महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री रहे आदित्य ठाकरे की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. केंद्र सरकार ने आदित्य के मंत्रालय के काम काज के ऑडिट के निर्देश दिए हैं. उनके कार्यकाल के दौरान किए गए कामों का ऑडिट किया जाएगा. बताते चलें कि आदित्य, उद्धव सरकार में पर्यावरण मंत्री थे. बताते चलें कि हाल ही में ठाकरे सरकार में मंत्री रहे एकनाथ शिंदे ने बगावत का बिगुल फूंक दिया था. कई दिनों की आंख मिचोली के बाद एकनाथ शिंदे, बीजेपी की मदद से सत्ता के शीर्ष पर पहुंच गए थे.
इधर एक दिन पहले उद्धव ठाकरे ने बागियों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पार्टी में पिछले विद्रोहों के विपरीत, इस बार बगावत का उद्देश्य शिवसेना को खत्म करना है. ठाकरे ने रविवार को दक्षिण मुंबई में एक वार्ड स्तरीय पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दावा किया कि शिवसेना हिंदुत्व के लिए राजनीति में है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने राजनीतिक हितों के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल करती है.
शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े की उसे असली शिवसेना के रूप में मान्यता देने की मांग वाली याचिका पर चुनाव आयोग की कार्यवाही के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का रुख किया है. यह घटनाक्रम इसलिए अहम है, क्योंकि चुनाव आयोग ने हाल ही में शिवसेना के दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों को पार्टी और उसके चुनाव चिनह्न (धनुष और बाण) पर अपने-अपने दावों के समर्थन में आठ अगस्त तक दस्तावेज जमा करने का निर्देश दिया था.