भारत vs वेस्टइंडीज: अक्षर पटेल ने एक पारी में जड़े सर्वाधिक छ्क्के, 35 गेंदों की पारी में 3 चौकों और 5 छक्कों के साथ बनाए 64 रन
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25जुलाई। भारत ने दूसरे वनडे मैच में अक्षर पटेल की विस्फोटक पारी की बदौलत वेस्टइंडीज को 2 विकेट से हराकर 3 मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है. अक्षर पटेल ने 35 गेंदों की अपनी पारी में 3 चौकों और 5 छक्कों की मदद से नाबाद 64 रन बनाए. अक्षर ने अपनी इस पारी के दौरान भारत के पूर्व कप्तान और मैच फिनिशर एमएस धोनी का 17 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. अक्षर ने यहां धोनी के ही अंदाज में छक्का जड़कर भारत को जीत दिलाई
भारत इस मैच में 312 रन के बड़े लक्ष्य का पीछा कर रहा था. एक वक्त टीम इंडिया मुश्किल में थी, जब 40 ओवरों के खेल के बाद स्कोरबोर्ड पर 212 रन टंगे थे और उसके 5 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे. लेकिन यहां आखिरी 10 ओवरों में अक्षर पटेल ने बाकी के 100 रन बनाने की जिम्मेदारी उठाई.
अक्षर ने अपनी इस पारी के दौरान जो 5 छक्के जड़े अब वह सफल रन चेज के दौरान किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा नंबर 7 या उससे नीचे खेलने वाले बल्लेबाज द्वारा जड़े गए सर्वाधिक छक्के हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड एमएस धोनी के नाम था, जिन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ साल 2005 में 3 छक्के जड़े थे.
.@akshar2026 played a sensational knock & bagged the Player of the Match award as #TeamIndia beat West Indies in the 2nd ODI to take an unassailable lead in the series. 👏 👏 #WIvIND
Scorecard▶️ https://t.co/EbX5JUciYM pic.twitter.com/4U9Ugah7vL
— BCCI (@BCCI) July 24, 2022
धोनी के बाद यूसुफ पठान ने इस रिकॉर्ड की दो बार बराबरी की लेकिन वह कभी इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाए. यूसुफ ने साल 2011 में ही दोनों बार नंबर 7 या इससे नीचे के क्रम बल्लेबाजी करते हुए भारत को सफल रन चेज में जीत दिलाई और उन्होंने दोनों ही बार 3-3 छक्के जड़े. पठान ने यह कारनामा साउथ अफ्रीका और आयरलैंड के खिलाफ किया था.
भारत की इस जीत के बाद ऑलराउंडर अक्षर ने कहा, ‘यह खास पारी है क्योंकि मैं 2017 के बाद अपना पहला वनडे मैच खेल रहा था और मेरी पहली फिफ्टी भी यहीं आई है. सीरीज जीतने से मेरी खुशी दोगुनी हो गई है.’
उन्होंने कहा, ‘हमने क्रीज पर यही सोचा कि इस टारगेट को हासिल किया जा सकता है क्योंकि हमें आईपीएल का अनुभव है. हम बस खुद को शांत रखकर खेल की तीव्रता बनाए रखना चाहते थे.’