समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11 जुलाई। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को कहा कि भारत ने श्रीलंका को मौजूदा और अगले बुवाई सीजन में घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए 44,000 टन यूरिया उपलब्ध कराया है।
मंत्री के अनुसार, लाइन ऑफ क्रेडिट के तहत भारत द्वारा आपूर्ति की गई 44,000 टन यूरिया उर्वरक कोलंबो पहुंची और श्रीलंका सरकार को सौंप दी गई।
मंडाविया ने कहा, “इससे मौजूदा और अगले फसल मौसम में खेती की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।”
उन्होंने कहा कि भारत समय-समय पर श्रीलंका के लोगों की जरूरत का सच्चा दोस्त साबित हुआ है।
जैसा कि आर्थिक संकट बिगड़ गया, हाल के महीनों में श्रीलंका में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, जिससे लगभग सभी कैबिनेट मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ा।
हजारों गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के निजी आवास में आग लगा दी, जो चल रहे आर्थिक संकट पर महीनों से चल रहे आंदोलन को रोक रहा था।
केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को कहा कि भारत हमेशा श्रीलंका का समर्थन करता रहा है और वह अपने मौजूदा आर्थिक संकट के माध्यम से पड़ोसी देश की “मदद” करने की कोशिश कर रहा है, जबकि इस बात पर जोर दिया कि “अभी कोई शरणार्थी संकट नहीं है।”
विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत लोकतांत्रिक साधनों, स्थापित संस्थानों और एक संवैधानिक ढांचे के माध्यम से श्रीलंका के लोगों की समृद्धि और प्रगति की इच्छा का समर्थन करता है।