समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 2जुलाई. दिल्ली में अब ऑटो रिक्शा और टैक्सी से सफर करना महंगा हो जाएगा. सीएनजी का रेट बढ़ने की वजह से ऑटो रिक्शा और तिपहिया वाहन चालकों को घाटा हो रहा था जिसे देखकर इनके भाड़े को बढ़ाने का निर्णय किया गया है. ऑटो रिक्शा के लिए प्रति किलोमीटर पर किराये में डेढ़ रुपये और टैक्सियों के लिए आधार शुल्क (बेस फेयर) में 15 रुपये की वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है, जिसके साथ ही दिल्ली में अब ऑटो रिक्शा एवं टैक्सी का भाड़ा शीघ्र बढ़ जाएगा.
दिल्ली में परिवहन विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ऑटो रिक्शा और टैक्सी के किराये में वृद्धि के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है और अगली बैठक में उसे मंजूरी के लिए मंत्रिमंडल के सामने पेश किए जाने की संभावना है.
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ऑटो रिक्शा और टैक्सी के किराए में वृद्धि किए जाने की पुष्टि की और कहा कि सरकार किराया बढ़ाने की योजना बना रही है. उनके अनुसार सीएनजी के दाम बढ़ने के कारण किराये में बढ़ोतरी की जरूरत उत्पन्न हुई है. दिल्ली सरकार ने अप्रैल में 13 सदस्यीय किराया संशोधन समिति बनाई थी. समिति ने तिपहिया वाहनों के लिए किराये में प्रति किलोमीटर एक रुपये की वृद्धि और टैक्सियों के किराये में 60 फीसद तक वृद्धि की सिफारिश की थी, जिसे सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे दी गई है.
जानिए कितना बढ़ेगा किराया
जानकारी के मुताबिक ऑटो रिक्शा के लिए मीटर डाउन शुल्क पहले के 25 रुपये आधार शुल्क से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया जाएगा और उसके बाद प्रति किलोमीटर साढ़े नौ रुपये के बजाय 11 रुपये वसूला जाएगा.
इसी तरह से टैक्सियों के लिए मीटर डाउन शुल्क अब 25 के बजाय 40 रुपये होगा और गैर एसी टैक्सियों के लिए प्रति किलोमीटर 14 रुपये के बजाय 17 रुपये व एसी टैक्सियों के लिए 16 के बजाय 20 रुपये देने होंगे.