समग्र समाचार सेवा
उदयपुर, 29जून। उदयपुर में हुई घटना से पूरा देश सदमे में है. इस हत्याकांड की प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है, जिससे पता चला है कि कन्हैयालाल के गर्दन पर सात से आठ वार किए गए थे, जिसके कारण उसकी जान चली गई. इसके अलावा शरीर के अलग-अलग हिस्सों में तकरीबन दो दर्जन से ज्यादा घाव मिले हैं. इतना ही नहीं मृतक का एक हाथ भी कटा हुआ मिला है. बताते चलें कि इस घटना के बाद से राज्य में कई जगहों पर जनता का आक्रोश देखने को मिला.
इधर जयपुर में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 28 जून को उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के बाद राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. ताजा जानकारी के अनुसार NIA ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के साथ-साथ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज़ की है. बताते चलें कि उदयपुर में मारे गए कन्हैया लाल के अंतिम संस्कार में भारी मात्रा में लोग शामिल हुए.
भाजपा ने इस हत्याकाड के लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक समुदाय के तुष्टीकरण के लिए अपने कार्यकाल में कई कदम उठाए हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को आरोप लगाया कि राजस्थान के उदयपुर में दो व्यक्तियों द्वारा एक दर्जी की कथित तौर पर गला काटकर जान लेने की घटना कोई सामान्य हत्याकांड नहीं है बल्कि एक आतंकी हमला है. भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने यह आरोप भी लगाया कि राजस्थान कट्टरपंथियों का अड्डा बनता जा रहा है और देश के बाहर के आतंकी संगठनों को बढ़ावा देने के लिए राज्य की भूमि इस्तेमाल की जा रही है.