समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29जून। हिंदू धर्म के अनुसार साल में चार बार नवरात्रि का त्योहार आता है. जो कि चैत्र, अश्विन, माघ और आषाढ़ माह में मनाई जाती है. इसमें चैत्र और अश्विन माह की नवरात्रि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है, जबकि माघ और आषाढ़ माह में पड़ने वाली नवरात्रि के बारे में कम ही लोगों को जानकारी है. बता दें कि आषाढ़ माह में पड़ने वाली नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है जो कि इस बार 30 जून से शुरू हो रहे हैं. गुप्त नवरात्रि में साधना के लिए पूजन किया जाता है और इसमें 8 महाविद्दाओं की साधना की जाती है.
मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि के दौरान की जाने वाली विशेष पूजा से लोगों को साधना की प्राप्ति होती है. गुप्त नवरात्रि में यदि आप कुछ उपाय अपनाएंगे तो आपको धन-दौलत और मान-सम्मान की प्राप्ति होगी.
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त-
ज्योतिषाचार्य श्रीरामजी द्विवेदी के अनुसार, मां आदि शक्ति को समर्पित त्योहार गुप्त नवरात्रि आषाढ़ मास की प्रतिपदा तिथि से शुरू होगा। 29 जून को सुबह 08 बजकर 21 मिनट से 30 जून की सुबह 10 बजकर 49 मिनट तक प्रतिपदा तिथि रहेगी। घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 30 जून को सुबह 05 बजकर 26 मिनट से सुबह 06 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।
मां दुर्गा को गुप्त नवरात्रि के पहले दिन लगाएं भोग-
मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा नौ दिनों तक की जाती है। मां का प्रिय भोग लगाने से आदि शक्ति जगत जननी मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं। गुप्त नवरात्रि के पहले दिन गाय के घी से बनी सफेद चीजों व मिठाइयों का भोग लगाना चाहिए। इस दिन मां के चरणों में गाय का घी अर्पित करने से घर में सुख-शांति व खुशहाली आती है।