समग्र समाचार सेवा
अमलापुरम, 25मई। आंध्रप्रदेश के अमलापुरम में नवगठित जिले कोनासीमा का नाम बदलकर बीआर आंबेडकर कोनासीमा जिला करने के प्रस्ताव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. मंगलवार को प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की लाठीचार्ज के बाद हिंसा भड़क उठी. हिंसा के बाद प्रदर्शनकारियों ने मंत्री के घर को भी आग के हवाले कर दिया. हालांकि अच्छी बात यह रही कि पुलिस ने मंत्री और उनके परिवार को घर से सुरक्षित निकाल लिया. इस दौरान कई पुलिसकर्मियों के जख्मी होने की बात भी कही जा रही है, क्योंकि लाठी चार्ज के बाद प्रदर्शनकारियो ने पथराव किया.
प्रदर्शनकारियों ने शहर में पुलिस की एक गाड़ी और एक शिक्षण संस्थान की बस में भी आग लगा दी. राज्य की गृहमंत्री तानेती वनिता ने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक पार्टियों और असामाजिक तत्वों ने आगजनी को भड़काया. उन्होंने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि घटना में करीब 20 पुलिस कर्मियों को चोट आई हैं. हम मामले की जांच करेंगे और दोषियों को न्याय के कठघरे में लाएंगे.’
बता दें कि चार अप्रैल को पूर्वी गोदावरी जिले से अलग कर कोनासीमा जिले का गठन किया गया था. पिछले सप्ताह राज्य सरकार ने कोनासीमा जिले का नाम बदलकर बीआर आंबेडकर कोनासीमा जिला करने की प्रारंभिक अधिसूचना जारी कर लोगों से आपत्ति आमंत्रित की थी. इस पृष्ठभूमि में कोनासीमा साधना समिति ने नाम बदलने के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई और जिले का नाम यथावत कोनासीमा रहने देने की मांग की.
समिति ने मंगलवार को जिलाधिकारी हिमांशु शुक्ला को जिले का नाम बदलने के खिलाफ ज्ञापन देने का प्रयास करते हुए प्रदर्शन का आयोजन किया था. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, जिससे प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और अंतत: शांत रहने वाले अमलापुरम में आगजनी की घटना हुई.
विरोध प्रदर्शनों के दौरान राज्य के एक मंत्री और एक विधायक के घर में आग लगा दी गई. हिंसा में पुलिसकर्मियों समेत दर्जनों लोग घायल हो गए हैं. जिले का नाम बदलने के प्रस्ताव का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने राज्यमंत्री पी. विश्वरूप और विधायक सतीश के घरों में आग लगा दी. कुछ पुलिस और निजी वाहनों में भी आग लगा दी गई.
#WATCH | MLA Ponnada Satish's house was set on fire by protestors in Konaseema district in Andhra Pradesh today, the protests were opposing the naming of the district as Dr BR Ambedkar Konaseema district pic.twitter.com/XzJskKqhz3
— ANI (@ANI) May 24, 2022
कोनसीमा साधना समिति (केएसएस) द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों युवाओं ने भाग लिया. सरकार के फैसले के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वे घंटाघर पर जमा हो गए. पुलिस जैसे ही प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने गई, उनमें से कुछ कलेक्टर कार्यालय की ओर भागे। पुलिस ने पीछा कर उनमें से कुछ को गिरफ्तार कर लिया। जैसे ही उन्हें पुलिस वाहनों में ले जाया जा रहा था, अन्य लोगों ने पथराव किया, जिससे खिड़की के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए. भीड़ ने एक पुलिस वाहन और एक निजी बस में आग लगा दी। हालांकि, वाहनों में कोई नहीं था. Also Read – आंध्रप्रदेश में बनेगी दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत नवीकरणीय ऊर्जा संग्रहण परियोजना, सीएम जगन मोहन रेड्डी ने रखी आधारशिला
युवक ने अमलापुरम एरिया अस्पताल के पास पुलिस पर पथराव भी किया. पथराव में पुलिस अधीक्षक वी. सुब्बा रेड्डी बच गए, लेकिन कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया. गृहमंत्री टी. अनीता ने हिंसा की निंदा की. उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्व प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे हैं, और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. अंबेडकर के नाम पर जिले का नाम रखने के निर्णय का विरोध किया गया.
उन्होंने दावा किया कि लोगों के अनुरोध पर निर्णय लिया गया था.कोनसीमा जिले को पूर्वी गोदावरी से अलग कर अमलापुरम का मुख्यालय बनाया गया है. यह 4 अप्रैल को बनाए गए 13 जिलों में से एक है, जिससे राज्य में कुल जिलों की संख्या 26 हो गई. सरकार ने कुछ जिलों का नाम स्वतंत्रता सेनानी अल्लूरी सीताराम राजू, पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी के संस्थापक नंदमूरि तारक रामा राव (एनटीआर) जैसी प्रमुख हस्तियों के नाम पर रखा था. इसी तरह, दो नए जिलों का नाम संत संगीतकार तल्लापका अन्नामचार्य (अन्नमय्या) और सत्य साईं बाबा (श्री सत्य साईं) के नाम पर रखा गया था.
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) की सरकार वाई.एस. अंबेडकर के नाम पर एक जिले का नाम नहीं रखने के लिए जगन मोहन रेड्डी दलित समूहों और अन्य लोगों की आलोचना के घेरे में आ गए थे. राज्य सरकार ने 18 मई को एक अधिसूचना जारी कर कोनसीमा जिले का नाम डॉ. अंबेडकर के नाम पर रखने के प्रस्ताव पर आपत्तियां और सुझाव मांगे थे। इसने कोनसीमा के भीतर रहने वाले लोगों से सुझाव और आपत्तियां मांगीं. लोगों से 30 दिनों के भीतर कोनसीमा जिला कलेक्टर को आपत्ति और सुझाव भेजने का आग्रह किया गया है. हालांकि, प्रस्ताव का विरोध करते हुए केएसएस ने विरोध का आह्वान किया. विरोध को देखते हुए पुलिस ने कस्बे में निषेधाज्ञा लागू कर दी है.