समग्र समाचार सेवा
अमृतसर, 7 अप्रैल। पंजाब पुलिस ने हरियाणा के करनाल जिले में विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार किए गए बब्बर खालसा के चार संदिग्ध आतंकियों के दो और साथियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। पुलिस का दावा है कि यह दोनों आतंकी पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरविंदर संधू उर्फ रिंदा के कहने पर बॉर्डर से खेप लाने का काम करते थे।
दोनों आतंकियों की हुई पहचान
दोनो आतंकियों की पहचान फिरोजपुर के गांव पीरके निवासी आकाशदीप सिंह उर्फ आकाश (25) और फरीदकोट निवासी जश्नप्रीत सिंह उर्फ जस (19) के रूप में हुई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पकड़ा गया आकाशदीप करनाल में पकड़े गए आतंकी गुरप्रीत के साथ ड्राइवर के रूप में काम करता था।
पुलिस ने मामले में दी जानकारी
पुलिस को मिली इनपुट के अनुसार, आकाशदीप अपने वाहनों का उपयोग करके विभिन्न स्थानों पर विस्फोटक सामग्री की कुछ खेप पहुंचाने का काम करता था। गुरप्रीत और आकाश कुछ समय पहले ही एक दूसरे से मिले थे। गुरप्रीत ने पैसों का लालच देकर आकाशदीप को अपने साथ आंतकी कामों में लगा लिया।
भारतीय सीमा में हथियार और विस्फोटक सामग्री भेजी जाती
गुरप्रीत पहले से ही पाकिस्तान स्थित बब्बर खालसा अंतरराष्ट्रीय आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के संपर्क में था। रिंदा ने ड्रोन की मदद से खेप को भारतीय सीमा में हथियार और विस्फोटक सामग्री को भेजा था। रिंदा के कहने पर आकाशदीप ने मक्खू-फिरोपुर रोड़ पर बॉर्डर से 18 किलोमीटर दूर स्थित बूटेवाला गांव में एक खेत से खेप को उठाया था और गुरप्रीत को देता था।
व्हाट्सऐप व टेली-कॉलिंग से रिंदा संपर्क में था
शुरुआती जांच में सामने आया है कि शुक्रवार को पंजाब पुलिस की तरफ से पकड़े गए आतंकी आकाश और रिंदा टेली-कॉलिंग और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद से एक-दूसरे के संपर्क में रहते थे। खेप कहां से उठानी है और कहां रखनी है, इसकी सूचना रिंदा टेली-कॉलिंग और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की मदद से ही आकाशदीप को देता था।