आस्था का सम्मान लेकिन इसका प्रदर्शन कर दूसरों को परेशान करना स्वीकार नहीं: योगी

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समग्र समाचार सेवा

लखनऊ, 28 अप्रैल। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सांप्रदायिक माहौल को बेहतर बनाने के लिए आदेश दिए हैं कि आस्था व्यक्तिगत विषय है। इसका पूरा सम्मान है और इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है। लेकिन इसका सार्वजनिक रूप से प्रदर्शन कर यदि दूसरों को परेशान किया गया तो यह स्वीकार्य नहीं होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बीते पांच वर्षों में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किए गए काम की सराहना की और भविष्य के लिए सहयोग की आकांक्षा की।

पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को दिए निर्देश

सीएम योगी ने बुधवार की शाम को प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कानून-व्यवस्था व विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आगामी तीन मई को अक्षय तृतीया और ईद का पर्व एक साथ संभावित है। ऐसे में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की अतिरिक्त संवेदनशीलता बरतनी चाहिए। सीएम ने आगे कहा कि आम जनता को शासन की नीतियों का समुचित लाभ दिलाने, प्रदेश के समग्र विकास और प्रदेश की छवि बदलने में फील्ड में तैनात अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

लाउडस्पीकर को लेकर दिशा-निर्देशों का हो पालन

बता दें, बैठक में सीएम ने कुछ जिलों में धार्मिक उपासना आदि के लिए सार्वजनिक स्थलों का इस्तेमाल होने पर कड़ी नाराज़गी व्यक्त की। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लाउडस्पीकर के प्रयोग के लिए जो दिशा-निर्देश दिए गए हैं, उनका कड़ाई से अनुपालन कराया जाए।अनावश्यक रूप से लगाये गए लाउडस्पीकर तत्काल उतार लिए जाएं। यह सुनिश्चित हो कि लाउडस्पीकर की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। नए स्थलों पर लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति न दें।

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