समग्र समाचार सेवा
अहमदाबाद, 20अप्रैल। आज गुजरात के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने गांधीनगर में ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट का उद्घाटन किया है। इस दौरान WHO के डायरेक्टर जनरल टैड्रोस ऐडरेनॉम गैबरेयेसस, मॉरीशस के पीएम प्रविंद कुमार जगन्नाथ, गुजरात के पीएम भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी वहां मौजूद रहे।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत जल्द ही पारंपरिक औषधि उत्पादों को मान्यता देने के लिए आयुष चिह्न जारी करेगा जो देश के आयुष उत्पादों की गुणवत्ता को प्रामाणिकता प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत जल्द ही उन लोगों के लिए आयुष वीजा श्रेणी शुरू करेगा जो इलाज के पारंपरिक तरीकों के लिए देश आते हैं।
गुजरात के महात्मा मंदिर में तीन दिवसीय वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्ननाथ और विश्व स्वास्थ्य संगठन के महासचिव डॉ टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत जल्द ही आयुष चिह्न जारी करेगा, जो देश के आयुष उत्पादों की गुणवत्ता को प्रमाणिकता प्रदान करेगा। नवीनतम तकनीक का उपयोग करके पुनरीक्षित उत्पादों को चिह्न दिया जाएगा। इससे विश्व के लोगों को विश्वास होगा कि वे गुणवत्तापूर्ण आयुष उत्पाद खरीद रहे हैं।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आयुष के क्षेत्र में निवेश और नवाचार की संभावनाएं असीमित हैं।आयुष दवाओं, सप्लीमेंट और कॉस्मेटिक्स के उत्पादन में हम पहले ही अभूतपूर्व तेजी देख रहे हैं। 2014 में जहां आयुष सेक्टर 3 बिलियन डॉलर से भी कम का था। आज ये बढ़कर 18 बिलियन डॉलर के भी पार हो गया। पीएम मोदी ने कहा कि इस साल अब तक 14 स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब से जुड़ चुके हैं। मुझे विश्वास है कि यूनिकॉर्न जल्द ही आयुष स्टार्ट-अप्स से उभरेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि औषधीय पौधे उगाने में लगे किसानों को बाजार से आसानी से जुड़ने की सुविधा मिले। इसके लिए सरकार आयुष ई-मार्केटप्लेस के आधुनिकीकरण और विस्तार पर भी काम कर रही है।हम एक विशेष आयुष चिह्न बनाने जा रहे हैं। यह चिह्न भारत में बने उच्चतम गुणवत्ता वाले आयुष उत्पादों पर लागू होगा।