अपनी ही गुगली में फंसे इमरान खान, कल लाया जाएगा अविश्वास प्रस्ताव

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समग्र समाचार सेवा

नई दिल्‍ली, 8 अप्रैल। पाकिस्‍तान की सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक एतिहासिक फैसले में गुरुवार रात को नेशनल असेंबली को न सिर्फ बहाल कर दिया बल्कि ये भी आदेश दे दिया नौ अप्रेल को असेंबली में इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्‍वास प्रस्‍ताव पर वोटिंग की जाए। इमरान खान के लिए ये दोहरा झटका है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने इस आदेश के साथ ही राष्‍ट्रपति के उस फैसले को भी पलट दिया है जिसमें उन्‍होंने इमरान खान की सलाह पर नेशनल असेंबली को भंग करने को मंजूरी दी थी।

तय होंगे दूरगामी परिणाम, तय होगा इमरान का भविष्य

सुप्रीम कोर्ट का ये आदेश केवल यहीं तक सीमित नहीं है बल्कि इसके काफी दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे जो इमरान खान के भविष्‍य को लेकर काफी अहम होंगे। जिस वक्‍त सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना रहा था उस वक्‍त पाकिस्‍तान की मीडिया में चल रही बहस में साफतौर पर ये बात सामने निकलकर आई कि 9 अप्रेल को इमरान खान असेंबली में दूसरी बार हार का सामना करेंगे।

चुनाव में भी दिखाई देगा असर

इमरान खान का बुरा समय यहां पर ही खत्‍म होने वाला नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के झटके और नेशनल असेंबली की हार का असर आगामी आम चुनावों पर भी दिखाई देगा। पाकिस्‍तान के राजनीतिक विश्‍लेषकों जिसमें वहां के वरिष्‍ठ पत्रकार हामिद मीर भी शामिल हैं, का मानना है कि आम चुनाव में इमरान खान की हार सुनिश्चित है। इमरान खान के राजनीतिक करियर में ये बेहद बुरा प्रभाव छोड़ने वाले हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी मचाई राजनीतिक हलचल

पाकिस्‍तान के राजनीतिक इतिहास में ऐसा नहीं हुआ है कि सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार कोई बड़ी भूमिका निभाई है। इससे पहले भी कई मर्तबा वो ऐसा कर चुका है। बात चाहे नवाज शरीफ को अयोग्‍य करार देने की बात हो या फिर यूसुफ रजा गिलानी को, सभी में सुप्रीम कोर्ट ही मध्‍य में था। सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार को आए फैसले पर समूचा विपक्ष झूम रहा है और इमरान खान को आइना दिखा रहा है। विपक्ष का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में संविधान को जिस तरह से बरकरार रखा है वो काबिले तारीफ है।

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