समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 7 अप्रैल। मुंबई में कोरोना के नए सब वैरिएंट एक्सर्ई के मामले मिले हैं या नहीं, इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) आमने-सामने है। स्वास्थ्य मंत्रालय के करीबी सूत्रों ने बीएमसी के दावों के उलट कहा है कि मरीज के नमूने की जीनोम सिक्वेंसिंग एक्सर्ई वैरिएंट की पुष्टि नहीं करते हैं।
बीएमसी ने ये किया है दावा
इससे पहले बुधवार को बीएमसी ने दावा किया था कि 50 वर्षीय एक महिला जिसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं, उसमें कोरोना का नया सब वैरिएंट एक्सर्ई की पुष्टि हुई है। कोरोना संक्रमित महिला वैक्सीन की दोनों खुराके लगा चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय कर रहा एक्सई वैरिएंट से इंकार
बीएमसी के अनुसार, नए संस्करण की पुष्टि के लिए नमूना आगे के विश्लेषण के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स (एनआईबीएमजी) को भेजा जाएगा। बीएमसी के दावे के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्क हो गया है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने मरीज के नमूने में एक्सई वैरिएंट की मौजूदगी से इनकार किया है।
एक्सई सब वैरिएंट की प्रमुख बातें
– कोरोना के नए एक्सई वैरिएंट ने दी भारत में दस्तक, मुंबई में मिला पहला केस
– यह अब तक का सबसे संक्रामक कोविड संस्करण हो सकता है।
– डब्ल्यूएचओ का कहना है कि एक्सई सब वैरिएंट ओमिक्रॉन के बीए.2 की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक संक्रामक प्रतीत होता है।
– डब्ल्यूएचओ का कहना है कि वर्तमान में ओमिक्रॉन वैरिएंट के हिस्से के रूप में एक्सई म्यूटेशन को ट्रैक किया जा रहा है। ओमिक्रॉन के लक्षणों में बुखार, गले में खराश, खांसी, सर्दी, त्वचा में जलन इत्यादि होते हैं।
– 19 जनवरी को यूके में पहली बार इसका पता चलने के बाद से करीब 637 मामले सामने आए हैं।
– यूके का स्वास्थ्य निकाय एक्सडी, एक्सई और एक्सएफ का अध्ययन कर रहा है। एक्सडी ओमिक्रॉन के बीए.1 से निकला है। वहीं, एक्सएफ डेल्टा और बीए.1 का एक पुनः संयोजक संस्करण है।