उप्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के बागियों का हाल: स्वामी प्रसाद से लेकर दारा सिंह चौहान तक अस्तित्व की लड़ाई में कहां रहे
समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 11 मार्च। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के परिणामों का एलान हो गया है। भाजपा ने यहां भारी मतों के साथ बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया है। ऐसे में सबके जहन में एक बात यह भी आती है कि उन नेताओं का क्या हुआ, जिन्होंने चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर सपा का दामन थाम लिया था।
स्वामी प्रसाद मौर्य (फाजिलनगर)
कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य हार गए हैं। मोहनलालगंज से भाजपा प्रत्याशी अमरेश कुमार 16581 मतों से विजयी हुए। उनको 106647 और सपा की सुशीला सरोज को 90066 वोट मिले।
दारा सिंह चौहान (घोसी)
दारा सिंह चौहान भी चुनाव से पहले भाजपा का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी की साइकिल पर सवार हो गए थे। सपा ने उन्हें घोसी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। हालांकि, उन्होंने यहां से जीत दर्ज की है। दूसरे पायदान पर भाजपा के विजय कुमार राजभर रहे।
धर्म सिंह सैनी (नकुड़)
सहारनपुर की नकुल विधानसभा सीट पर सिर्फ सपा ही नहीं, बल्कि उनके उम्मीदवार धर्म सिंह सैनी की साख दांव पर लगी हुई थी। भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए सैनी को इस सीट से भाजपा के मुकेश चौधरी ने हराया। दोनों के बीच 315 वोटों का अंतर रहा।
भगवती प्रसाद (घाटमपुर)
भाजपा के बागी भगवती प्रसाद सपा के टिकट पर घाटमपुर से चुनाव लड़ रहे थे। यहां से भाजपा की सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के सरोज ने जीत दर्ज की है। दोनों के बीच का अंतर 14474 रहा।
बृजेश प्रजापति (तिंदवारी)
भाजपा से सपा में गए ब्रजेश कुमार प्रजापति को हार का सामना करना पड़ा। तिंदवारी विधानसभा सीट से इस सीट से उन्हें भाजपा के रमकेश निशाद ने शिकस्त दी। रमकेश ने ब्रजेश को 28425 वोटो से हरा दिया।
रोशन लाल वर्मा (तिलहर)
इस बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे रोशन लाल वर्मा तिलहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे थे। यहां भाजपा की सलोना कुशवाहा ने जीत दर्ज की। दोनों के बीच का अंतर 13277 कार रहा।