समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 5 फरवरी। “जैव विविधता तथा राज्य मानक” विषय पर गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में नई दिल्ली में प्रस्तुत की गई झांकी को ‘लोगों की पसंद’ (पॉपुलर चॉइस) श्रेणी में प्रथम क्रमांक का पुरस्कार घोषित किया गया है. इस वर्ष २६ जनवरी पर राजपथ पर पथसंचलन में महाराष्ट्र की झांकी भी सहभागी हुई थी.
संरक्षण मंत्रालय ने घोषणा की थी कि इस वर्ष से राजपथ पर परेड में शामिल होने वाले राज्यों की झांकियों को तथा फौज के मार्चिंग करने वाले दस्तों को ऑनलाइन माध्यम से वोटिंग कर जिताया जा सकता है. यह वोटिंग ऑनलाइन पोर्टल MyGov पर आयोजित की गई, जो 31 जनवरी को रात तक जारी थी.
“जैव विविधता और राज्य मानक” पर महाराष्ट्र की झांकी कुछ यूं थी….
झांकी के अगले भाग में ब्लू मॉरमॉन नाम की तितली की आठ फुट ऊंची तथा छह फुट चौड़ी पंखों वाली झांकी ने उपस्थित लोगों का ध्यान आकर्षित किया. इस झांकी पर राज्य फूल ‘तम्हन’ नामक राज्य पुल का रंगीन गुलदस्ता भी दर्शाया गया. इन फूलों पर छोटी-छोटी आकर्षक तितलियों की प्रतिकृति भी दर्शकों को खूब भाई और इसे काफी सराहा गया. इस झांकी पर बड़े आकार में राज्य प्राणी ‘शेकरू’ के साथ ही यूनेस्को की सूची में समाहित कास पठार दर्शाया गया. इस पठार पर पाई जाने वाली सभी जैव विविधता को भी प्रस्तुत किया गया. हरियाल पक्षी की प्रतिकृति, झांकी के पिछले भाग में पेड़ की डाली पर बैठे हुए राज्य प्राणी शेकरू की प्रतिकृति और राज्य पेड़ ‘आम’ की प्रतिकृति ने भी उपस्थिति का ध्यान आकर्षित किया. साथ ही (बस्टर्ड) मलधोक पक्षी, केकड़े, मछली, बाघ, अंबोली झरना, राजहंस गिद्ध, उल्लू की प्रतिकृतियों को भी दर्शकों ने काफी सराहा.
सूचना व जनसंपर्क विभाग की ऑनलाइन मुहिम
महाराष्ट्र राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय ने भी इस झांकी के लिए ऑनलाइन मतदान करने की अपील की और सोशल मीडिया के माध्यम से विशेष मुहिम चलाई. इसमें महाराष्ट्र को सबसे अधिक 23 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए. ऑनलाइन मतदान में उत्तर प्रदेश तथा महाराष्ट्र के बीच कड़ी टक्कर हुई. शुरुआती चरण में उत्तर प्रदेश 21 फीसद ऑनलाइन वोट प्राप्त कर आगे चल रहा था जबकि महाराष्ट्र 17 फीसद वोटों के साथ दूसरे स्थान पर था. परंतु अंतिम चरण में महाराष्ट्र को 23 प्रतिशत वोट मिले और वह प्रथम स्थान पर रहा. दूसरे स्थान पर २२ प्रतिशत वोटों के साथ उत्तर प्रदेश जबकि जम्मू और कश्मीर तीसरे स्थान पर रहा. उसे 13 फीसद वोट प्राप्त हुए.
सांस्कृतिक कार्य मंत्री अमित देशमुख राज्य मंत्री राजेंद्र पाटील याड्रावकर तथा सचिव सौरभ विजय के मार्गदर्शन में निदेशक विभीषण चौरे की देखरेख में इस झांकी का निर्माण किया गया. इसकी संकल्पना और प्रतिकृति मूर्तिकार तथा कला निदेशक तुषार प्रधान और रोशन इंगोले जैसे युवाओं की थी. इस वर्ष इस झांकी को नागपुर के शुभ एड्स ने निर्माण किया. निदेशक नरेश चरडे, पंकज इंगले, राहुल धनसरे तथा उनके 30 मूर्तिकार एवं कलाकारों ने इस भव्य प्रकृति का निर्माण दिल्ली के रंगशाला में पूरा किया.
डीजीआईपीआर के महानिदेशक श्री दीपक कपूर ने इस विषय में बताया, “जैव विविधता के संदर्भ में महाराष्ट्र एक समृद्ध राज्य है. संस्कृति निदेशालय ने निर्माण किए इस झांकी में विभिन्न रंगो को प्रतिबिंबित किया है. डीजीआईपीआर की टीम ने कड़ी मेहनत कर ऑनलाइन मतदान के लिए भी मुहिम चलाई, जिसके फलस्वरूप महाराष्ट्र को लोकप्रिय श्रेणी में प्रथम स्थान मिला. डीजीआईपीआर के सभी अधिकारियों को इस सफलता पूर्वक चलाए गए अभियान के लिए बधाई देता हूं.”