समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 11जनवरी। योग रखे शरीर को निरोग… ये कथन तो आपने सुना ही होगा. शायद यही कारण है कि दुनिया ने योग को अपनाया और पूरी दुनिया में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है. दुनियाभर के लोगों ने योग को अपने जीवन में उतार लिया है और निरोग होने का मंत्र भी सीख लिया है. सूर्य नमस्कारभी एक तरह का योग आसन ही है. इसमें शरीर के 10 अंग एक के बाद एक काम में आते हैं और 12 चरणों में 8 तरह के आसन मिलकर एक सूर्य नमस्कार को पूरा करते हैं. कुल मिलाकर सूर्य नमस्कार शरीर के हर अंग की सेहत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण योग आसान है. योग के बाद अब भारत सरकार ने सूर्य नमस्कार को ग्लोबल बनाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं.
दरअसल आयुष मंत्रालय वैश्विक स्तर पर 75 लाख लोगों के लिए एक ग्लोबल सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है. इस कार्यक्रम को शुक्रवार 14 जनवरी यानी मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है. मकर संक्रांति का हिंदू कैलेंडर के अनुसार बहुत महत्व है. इसी दिन सूर्य उत्तरी गोलार्ध में प्रवेश करते हैं. इसी के साथ उत्तरी गोलार्ध में धीरे-धीरे गर्मी बढ़ने लगती है. सर्द ऋतु सिमटने के साथ ही मौसम सुहावना हो जाता है. पेड़ों पर नई कोपलें फूटने लगती हैं, बागों में फूल खिलने लगते हैं. यानी प्रकृति श्रंगार करके सूर्य भगवान का उत्तरी गोलार्ध में आने पर जोरदार स्वागत करती है.
14 जनवरी को सामूहिक सूर्य नमस्कार का बेहद खास उद्देश्य भी है. इस अवसर पर जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग का संदेश भी दिया जाएगा. मकर संक्रांति अवसर पर आयोजित हो रहा यह कार्यक्रम हमारी भारतीय सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के महत्व को भी दर्शाता है.