फिक्की की 94वीं वार्षिक बैठक: कुछ गलत फैसले हो सकते हैं, लेकिन कोई नहीं कह सकता कि हमारी मंशा गलत थी: गृहमंत्री अमित शाह

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17दिसंबर। गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (17 दिसंबर, 2021) को कहा कि केंद्र सरकार के कुछ गलत फैसले हो सकते हैं, लेकिन कोई यह नहीं कह सकता कि सरकार की मंशा गलत थी. अमित शाह ने कहा कि हमारे विरोधी भी इस बात से सहमत होंगे कि देश ने पिछले 7 वर्षों में बहुत सारे बदलाव देखे हैं. हमारी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई आरोप सामने नहीं आया है. शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुदलीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोगों का विश्वास बहाल किया।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा, “मोदी सरकार के सत्ता संभालने के पहले लोगों का लोकतंत्र में विश्वास घटने लगा था. देश सोच रहा था कि क्या हमारी बहुदलीय लोकतांत्रिक व्यवस्था विफल हो रही है. हमारी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि पीएम मोदी ने हमारी बहुदलीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता के विश्वास को मजबूत किया।
बता दें, केंद्रीय गृहमंत्री फिक्की की 94वीं वार्षिक महा बैठक को संबोधित कर रहे थे. गृहमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के समय में सरकार ने ऐसे फैसले लिए जिसका देश की प्रगति पर ज्यादा बुरा प्रभाव न पड़े. साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि भारत चालू वित्त वर्ष में दुनिया में सबसे तेज गति से आगे बढ़ेगा. हमें इस बात से आश्चर्य में नहीं पड़ना चाहिए कि देश के ग्रोथ की दर दो अंकों तक चली जाए. उन्होंने एसएसएमई पर ज्यादा ध्यान देने की बात कही. इससे बेरोजगारी की चुनौतियों से निपटा जा सकता है. जब तक हम एमएसएमई को ज्यादा ताकतवर नहीं बनाएंगे तब तक हमे बेरोजगारी की चुनौतियों से नहीं निपट पाएंगे।

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