धर्म की राजनीति आसान, लेकिन देश के लिए अच्छी नहीं- अशोक गहलोत

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
जयपुर, 16 दिसंबर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि विभाजनकारी राजनीति करने वालों को देश के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।
विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद अमर जवान ज्योति’ में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति करने वालों से मैं कहना चाहता हूं कि कृपया देश का भविष्य देखें और 25 साल या 50 साल बाद क्या होगा।

सीएम गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान धर्म के आधार पर राष्ट्र बना लेकिन दो देशों में बंट गया। उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश 1971 में बनाया गया था, इस तथ्य के बावजूद कि बहुसंख्यक आबादी मुस्लिम थी।

गहलोत ने कहा कि धर्म के नाम पर राजनीति करना आसान है, जाति के नाम पर लोगों को भड़काना आसान है, नफरत फैलाना आसान है लेकिन फैल जाने पर उसे वापस लेना मुश्किल है।

उन्होंने लोगों से कारणों पर गौर करने और यह समझने का आग्रह किया कि स्वतंत्रता के बाद भारत क्यों बरकरार रहा और पाकिस्तान क्यों विभाजित हुआ।

उसने पूछा- पाकिस्तान धर्म के आधार पर एक राष्ट्र बना लेकिन क्या कारण था कि एक धर्म होने के बावजूद यह विभाजित हो गया?

उन्होंने आगे कहा, “भारत में कई भाषाएं हैं। हम सभी को प्रेम और सद्भाव के साथ रहना चाहिए और यही महात्मा गांधी ने हमें सिखाया है। यह हमारा धर्म है”।

गहलोत ने कहा कि सभी धर्मों के लोग भारत में रहते हैं फिर भी देश आजादी और विभिन्न सरकारों के 75 साल बाद भी बरकरार है।

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.