समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29 नवंबर। केंद्र ने कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन संस्करण को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। नए दिशानिर्देशों के तहत, ‘जोखिम वाले’ देशों से भारत आने वाले सभी यात्रियों को भारत आने पर अनिवार्य आरटी-पीसीआर परीक्षण से गुजरना होगा और हवाई अड्डे से निकलने या कनेक्टिंग फ्लाइट लेने से पहले परिणामों की प्रतीक्षा करनी होगी।
नए दिशानिर्देशों के तहत, यात्रियों को किसी अन्य उड़ान को छोड़ने या लेने से पहले आगमन हवाई अड्डे पर अपने परीक्षा परिणाम की प्रतीक्षा करनी होगी। टेस्ट निगेटिव पाए जाने पर उन्हें 7 दिन के लिए क्वारंटाइन करना होगा। 8 वें दिन, दूसरा परीक्षण किया जाएगा और नकारात्मक परीक्षण होने पर यात्रियों को 7 दिनों तक स्वयं निगरानी करनी होगी।
सकारात्मक परीक्षण करने वाले यात्रियों को एक अलग अलगाव सुविधा में प्रबंधित किया जाएगा और उनके नमूने INSACOG भेजे जाने चाहिए, दिशानिर्देशों को जोड़ा।
पॉजिटिव मरीजों के संपर्कों को संस्थागत या होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा।
ओमाइक्रोन, संभवतः कोरोनावायरस का एक अधिक संक्रामक नया रूप है, जिसने दक्षिण अफ्रीका में इसका पता चलने के कुछ ही दिनों बाद कई और यूरोपीय देशों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे दुनिया भर की सरकारों को इसे नियंत्रित करने के लिए कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
यूके ने शनिवार को ओमिक्रॉन संक्रमण के दो मामले सामने आने के बाद मास्क पहनने और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के आने के संबंध में नियमों को कड़ा किया।
जर्मनी और इटली ने भी शनिवार को ओमाइक्रोन के मामले दर्ज किए। बेल्जियम, हॉन्ग कॉन्ग और इजराइल पहुंचने वाले यात्रियों में भी कोरोना वायरस के ओमनिक्रॉन्क रूप का संक्रमण पाया गया है।