दीपावली पर आज ऐसे करें लक्ष्मी-गणेश और कुबेर भगवान का पूजा, यहां जानें मंत्र और मां लक्ष्मी की आरती
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 नवंबर। दीपावली के दिन माता लक्ष्मी के साथ ही गणेश जी की भी पूजा की जाती है। वहीं, दीपावली के दिन कुबेर भगवान की भी पूजा का विधान है. आज 4 नवंबर 2021 को दीपावली का पर्व मनाया जा रलहा है. इस दिन शाम के समय लक्ष्मी जी, गणएश भगवान और कुबेर भगवान की पूजा की जाती है।
लक्ष्मी-गणेश की पूजन विधि
दीपावली के दिन गणेश-लक्ष्मी के पूजन के लिए सबसे पहले एक चौकी पर लाल रंग का आसन बिछा कर गणेश-लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें. इनके साथ भगवान कुबेर, मां सरस्वती और कलश की स्थापना करें. सभी तरह के पूजन सामग्री को एकत्रित कर चौकी के पास जल से भर कलश रख दें. इसके बाद शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखते हुए पूजा आरंभ कर दें. विधि-विधान और परंपरा के अनुसार लक्ष्मी पूजन करें. महालक्ष्मी की पूजन के बाद तिजोरी, बहीखाते और पुस्तकों की पूजा करें. अंत में माता लक्ष्मी की आरती करके घर के सभी हिस्सों में घी और तेल दिलाएं।
लक्ष्मी- गणेश आरती और पूजा मंत्र
मां लक्ष्मी मंत्र-
ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
कुबेर मंत्र-
ऊं यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं में देहि दा ॥
लक्ष्मी जी की आरती
ऊं जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता..
तुमको निशदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता.
ऊं जय लक्ष्मी माता..
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता.
मैया तुम ही जग-माता..
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता.
ऊं जय लक्ष्मी माता..
दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता.
मैया सुख संपत्ति दाता.
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता.
ऊं जय लक्ष्मी माता..
तुम पाताल-निवासिनि,तुम ही शुभदाता.
मैया तुम ही शुभदाता.
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी,भवनिधि की त्राता.
ऊं जय लक्ष्मी माता..
जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता.
मैया सब सद्गुण आता.
सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता.
ऊं जय लक्ष्मी माता..
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता.
मैया वस्त्र न कोई पाता.
खान-पान का वैभव,सब तुमसे आता.
ऊं जय लक्ष्मी माता..
शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता.
मैया क्षीरोदधि-जाता.
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता.
ऊं जय लक्ष्मी माता..
महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई नर गाता.
मैया जो कोई नर गाता.
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता.
ऊं जय लक्ष्मी माता..
ऊं जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता.
तुमको निशदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता.
ऊं जय लक्ष्मी माता..
बोलिए लक्ष्मी माता की जय