समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर। देश की राजधानी दिल्ली में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इस बीच, दिल्ली सरकार ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर अस्पताल ‘वेक्टर’ जनित बीमारियों से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए कोरोनोवायरस रोगियों के लिए आरक्षित एक तिहाई बेड का उपयोग कर सकते हैं। यह आदेश राजधानी में डेंगू के मामलों में वृद्धि को देखते हुए जारी किया गया है।
सोमवार को जारी नगर निकाय की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस साल डेंगू के 1,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें से 280 मामले पिछले हफ्ते सामने आए हैं। इस महीने के पहले 23 दिनों में डेंगू के 665 मामले दर्ज किए गए। वहीं, दिल्ली में 18 अक्टूबर को डेंगू की बीमारी से पहली मौत दर्ज की गई।
शुक्रवार को जारी एक आदेश में कहा गया, ‘डेंगू/मलेरिया/चिकनगुनिया के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए इन मरीजों के लिए बेड की मांग में इजाफा देखा गया है. इसके अलावा कोविड मरीजों के लिए आरक्षित कई बेड कोविड मामलों की संख्या में गिरावट के कारण खाली पड़े हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों के चिकित्सा निदेशकों और चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिया कि यदि आवश्यक हो तो डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए कोविड रोगियों के लिए आरक्षित एक तिहाई बेड का उपयोग करें। इन बेड में आईसीयू बेड भी शामिल हैं।