समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22अक्टूबर। इस साल करवा चौथ का व्रत 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. करवा चौथ का व्रत निर्जल रखा जाता है। इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं. इसके अलावा भगवान गणेश और कार्तिकेय और चंद्रमा की पूजा भी की जाती है. करवा चौथ का पावन व्रत हर साल कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन रखा जाता ।
इस साल का करवा चौथ कई मायनों में खास होने वाला है. इस बार करवा चौथ रोहिणी नक्षत्र में होने की वजह से व्रती महिलाओं को सूर्यदेव का असीम आशीर्वाद प्राप्त होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस व्रत में खास संयोग बन रहा है. रविवार को सूर्य का प्रभाव ज्यादा होता है. सूर्य देव आरोग्य और दीर्घायु के प्रतीक हैं।
रविवार के दिन करवा चौथ का व्रत रखा जायेगा. इससे व्रती को भगवान सूर्य की कृपा प्राप्त होगी. धार्मिक मान्यता है कि सूर्य की कृपा से भक्त को दीर्घायु की प्रति होती है और वह आरोग्यता को प्राप्त करता है. करवा चौथ व्रत भी दीर्घायु के लिए रखा जाता है।
