समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8 अक्टूबर। कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि अगर भाजपा नेता वरुण गांधी किसानों के लिए अपनी लड़ाई के बारे में ईमानदार हैं, तो उन्हें अपनी पार्टी छोड़ कर प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में सड़कों पर उतरना चाहिए। पार्टी नेता अलका लांबा ने यह भी कहा कि अगर वरुण गांधी को लगता है कि अगले कैबिनेट विस्तार में उन्हें मंत्री पद दिया जाएगा, तो वह गलत हैं।
उन्होंने कहा, “मैं वरुण गांधी को सुझाव दूंगी कि अगर उनमें थोड़ा भी स्वाभिमान बचा है और अगर वह लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के लिए अपनी लड़ाई के बारे में ईमानदार हैं, तो ट्विटर पर लड़ाई लड़ने के बजाय, वह भाजपा छोड़कर सड़कों पर उतरना चाहिए। आपको नीचे उतरकर आवाज उठानी चाहिए।”
लांबा ने कहा, ‘लेकिन अगर उन्हें (वरुण) लगता है कि उन्हें कैबिनेट के अगले विस्तार में शामिल किया जाएगा, तो मुझे लगता है कि वह गलत हैं। उन्हें अब फैसला करना चाहिए।” यह पूछे जाने पर कि क्या वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के किसी नेता को कांग्रेस में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रही हैं, लांबा ने कहा, “मैं उन्हें कोई निमंत्रण नहीं देने जा रही हूं, यह वरुण गांधी का फैसला होगा।”
वरुण गांधी ने गुरुवार को ट्विटर पर कथित तौर पर लखीमपुर खीरी की घटना का एक वीडियो क्लिप साझा किया, जिसमें एक भाजपा नेता के काफिले की एक एसयूवी किसानों को कुचलते हुए दिखाई दे रही है। पीलीभीत से बीजेपी सांसद गांधी ने कहा, ‘वीडियो बिल्कुल साफ है। हत्या के जरिए प्रदर्शनकारियों को चुप नहीं कराया जा सकता। निर्दोष किसानों की हत्या की जवाबदेही होनी चाहिए और हर किसान के मन में अहंकार और क्रूरता का संदेश आने से पहले न्याय मिलना चाहिए।