समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 20 सितंबर। आजम खां, मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। प्रवर्तन निदेशालय कथित धनशोधन मामले में उत्तर प्रदेश के इन नेताओं से जल्द ही पूछताछ करेगा।
ईडी को इन नेताओं से हिरासत में पूछताछ की इजाजत मिल गई है। ये सभी नेता इस समय अलग-अलग जेलों में बंद हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने पहले इन तीनों नेताओं के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में मामला दर्ज किया था।
ज्ञातद हो कि समाजवादी नेता आजम खां पर किसानों की जमीन हड़पने का आरोप है। आजम खां ने किसानों की जमीनें ले लीं। इसके बाद कुछ किसानों ने इसकी शिकायत राज्यपाल से की थी। आरोप है कि आजम खां के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर जिन जमीनों का अधिग्रहण किया था। उनमें से कई जमीनें सरकारी हैं और यूनिवर्सिटी बनाने में सरकारी पैसे का इस्तेमाल किया गया।
इसके अलावा यूपी की बांदा जेल में बंद माफिया और बसपा विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने 1 जुलाई को मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। उस पर आरोप है उसने एक सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाया और उसे सात साल के लिए 1.7 करोड़ रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से एक निजी कंपनी को किराए पर दे दिया। बात करें माफिया अतीक अहमद की तो उसके खिलाफ भी ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया था। उसपर आरोप है कि पिछले साल पुलिस ने उसकी कई बेनामी संपत्ति मिली थीं। इन कंपनियों में नाम तो किसी और का है लेकिन परोक्ष रूप से इनमें पैसा अतीक का लगा है। इनमें से ज्यादातर कंपनियों का कारोबार रियल इस्टेट से संबंधित है।