समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13 सितंबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रविवार को कुशीनगर में दिए गए एक बयान से राजनीतिक बवाल मच गया है। योगी ने रविवार को कुशीनगर में बयान देते हुए कहा कि 2017 से पहले गरीबों को राशन नहीं मिलता था क्योंकि तथाकथित ‘अब्बा जान’ राशन को पचाते थे.
सीएम योगी के खिलाफ विपक्षी नेताओं ने जुबानी जंग तेज कर दी है.
सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि साढ़े चार साल में सिर्फ यूपी में घोटाले हुए हैं. योगी अपने साढ़े चार साल के काम की गिनती नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए जनता का ध्यान भटकाने के लिए इधर-उधर की बातें कर रहे हैं. इस बार चुनाव में बीजेपी को झटका लगने वाला है.
योगी के विवादित बयान पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने पलटवार किया है. गौरव वल्लभ ने कहा कि कोरोना काल में हमने गंगा में तैरते लोगों के शव देखे हैं और उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था. उन्होंने आगे कहा कि योगी 2017 से पहले के समय की बात कर रहे हैं लेकिन 200 साल पहले भी ऐसा कभी नहीं हुआ था कि सैकड़ों शव गंगा में तैरते देखे गए हों. योगी साहब आप कौन से जान हैं? आप अब कौन हैं और कौन से भाईजान हैं? (योगी साहब आप कौन हैं “जान”?) उन्होंने आगे कहा कि यह पूरे देश को पता है कि पीएम ने उन्हें हटाने की कोशिश की, लेकिन संघ के कारण नहीं कर सके। जिस सरकार में हाथरस जैसी घटना होती है, उसे एक पल के लिए भी सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।
नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी योगी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि मुसलमानों के खिलाफ सांप्रदायिकता और नफरत फैलाने के अलावा बीजेपी का कोई चुनावी एजेंडा नहीं है. सीएम का बयान यह साबित करता है। उन्होंने दावा किया है कि मुसलमानों ने हिंदुओं के लिए सारा राशन खा लिया है।