समग्र समाचार सेवा
जम्मू, 13अगस्त। जम्मू कश्मीर के रजौरी जिले में बृहस्पतिवार रात को भारतीय जनता पार्टी के एक नेता के घर पर ग्रेनेड से हुए हमले में एक बच्चें की मौत हो चुकी है तथा परिवार के 7 लोग घायल के घायल होनें की खबर है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। घायल लोगों को अस्पताल ले जाया गया है। बता दें कि पिछले सोमवार को आतंकवादियों ने कश्मीर में अनंतनाग में भाजपा की किसान जिला इकाई के अध्यक्ष गुलाम रसूल डार की हत्या कर दी थी। कश्मीर घाटी में इस साल इस साल भाजपा के पांच नेता आतंकवादी हमले में मारे गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि खंडली इलाके में स्थित घर पर संदिग्ध आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंका और वह छत पर फट गया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार रात को खांदली इलाके में बीजेपी नेता जसबीर सिंह के घर पर हुए हमले में उनके परिवार के सात सदस्य घायल हो गए, जिसमें तीन साल का बच्चा वीर भी शामिल था। सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान वीर की मध्यरात्रि के आस-पास मौत हो गई। उन्होंने बताया कि अंतिम संस्कार के लिए बच्चे का शव परिवार को सौंप दिया गया है।
J&K | It is being seen that where was grenade hurled from. Police lodged an FIR. One child died, seven people are injured. All of them belong to one family. Investigation is underway: Rajesh Kumar Shavan, DC Rajouri on grenade hurled at BJP leader Jasbir Singh's residence y'day pic.twitter.com/3LjJtquONs
— ANI (@ANI) August 13, 2021
जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में बीते 9 अगस्त को लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी बीजेपी से जुड़े एक सरपंच के घर में घुस कर सरपंच और उनकी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. उनकी पत्नी भी भाजपा से पंच थीं. घाटी में इस साल भाजपा के पांच नेता आतंकवादी हमले में मारे गए हैं. यह घटना लाल चौक इलाके में शाम चार बजे हुई. दो आतंकवादी यहां सरपंच गुलाम रसूल डार के किराए के मकान में घुस आए और उन्होंने उन पर और उनकी पत्नी जौहरा बेगम पर गोलियां बरसा दीं थी. सरपंच और उनकी पत्नी को घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया था. दंपती को स्नो कैप होटल, कुलगाम में एक सुरक्षित आवास प्रदान किया गया था और दोनों थोड़े समय के लिए वहां रुके भी थे, लेकिन वे अनंतनाग टाउन में अपने घर जाने का लगातार अनुरोध कर रहे थे. उनके अनुरोध पर उन्हें अनंतनाग स्थित घर में रहने की अनुमति दे दी गई थी. उन्हें एक पीएसओ (सुरक्षा सेवा अधिकारी) भी मुहैया कराया गया था, जो घटना के समय ड्यूटी से अनुपस्थित मिला था. उस पीएसओ को निलंबित कर दिया गया था।