समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 2 अगस्त। टोक्यो ओलंपिक के दसवें दिन भारत को दो बड़ी खुशखबरी मिलीं। पहले तो बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने लगातार दूसरा ओलंपिक पदक जीता। फिर पुरुष हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाकर 41 साल बाद पदक की तरफ कदम बढ़ाए, जहां उसका सामना विश्व चैंपियन बेल्जियम से होगा।
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता और विश्व चैंपियन छठी वरीय पीवी सिंधू ने रविवार को चीन की आठवीं वरीय ही बिंग जियाओ को सीधे गेम में 21-13, 21-15 से हराकर महिला एकल स्पर्धा का कांस्य पदक जीता और ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी।
सिंधू से पहले दिग्गज पहलवान सुशील कुमार बीजिंग 2008 खेलों में कांस्य और लंदन 2012 खेलों में रजत पदक जीतकर ओलंपिक में दो व्यक्तिगत पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद सिंधू को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के अलावा कई पूर्व खिलाड़ियों ने उन्हें शुभकामनाएं और बधाई दी है।
भारत ने इससे पहले हॉकी में अपना आखिरी पदक 1980 में मास्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक के रूप में जीता था। तब मैच राउंड रोबिन आधार पर खेले गये थे और शीर्ष पर रहने वाली दो टीमों के बीच स्वर्ण पदक का मुकाबला हुआ था। इस तरह से भारत 1972 में म्यूनिख ओलंपिक के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा।