समग्र सामाचार सेवा
देहरादून, 26 जुलाई । कारगिल विजय दिवस पर केशर जन कल्याण समिति ने कारगिल में शहीद हुए शहीदों को अपने सामाजिक संगठन “केशर जन कल्याण समिति”की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।बैठक में विचार व्यक्त करते हुए समिति के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट एन के गुसाईंने कहा कि वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध में उत्तराखंड राज्य के 75 सैनिकों सहित देशभर के 527 सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
1999 में आज ही दिन युद्ध समाप्त होने पर केन्द्र व राज्य सरकारों ने घोषणाओं की झड़ी लगा दी थी,लेकिन जब 2 वर्षों तक उन पर अमल नहीं हुआ तो 24 सितंबर 2001 को समिति ने सरकारों से शहीद परिवारों हेतु की गई घोषणाओं पर अमल करवाने हेतु संघर्ष किया,जो कि आज तक जारी है।
गुसाईं ने कहा कि शहीद परिवार हेतु ग्रीन कार्ड,5 बीघा कृषि भूमि,बच्चों को निर्विरोध दाखिला,फीस व किताबों हेतु वजीफा,अधिकारियों का समय-समय पर शहीद के घर जाकर हाल चाल पूछना,स्कूलों व सड़को का नामकरण शहीद के नाम पर करना,शहीद के माता पिता का नाम स्थानीय पुलिस चौकी में धारा 8/1 सम्मानित व्यक्तियों की सूची में दर्ज करना,सभी अस्पतालों में निशुल्क चिकित्सा उपलब्ध करवाना आदि थी,लेकिन आज 22 वर्षों बाद भी कई घोषणाएं सिर्फ घोषणा बन कर रह गई हैं।
सरकार से घोषणाओं के शीघ्र अमल की मांग समिति करती है।
इस अवसर पर शिशुपाल चौहान,मंजू गुसाईं,रेखा बहुगुणा,शान्ति देवी,अजय,विजय,जगमोहन,कुलदीप,कृपाल रावत,विरेन्द्र सिंह,धर्मेंद्र राणा,मुकेश डंडरियाल सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।