15 करोड़ की जबरन वसूली के आरोप में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज
समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 22जुलाई। मुंबई पुलिस ने बिल्डर से कथित तौर पर 15 करोड़ रुपए मांगने केसिलसिले में आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह , व पांच अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. मुंबई पुलिस ने सीनियर आईपीएस अफसर परमबीर सिंह, पांच अन्य पुलिसकर्मियों और दो अन्य लोगों के विरूद्ध एक बिल्डर से उसके खिलाफ मामले को वापस लेने के एवज में 15 करोड़ रुपए की कथित रूप से मांग किए जाने के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की है।
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बिल्डर की शिकायत के आधार पर दक्षिणी मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस थाने में यह मामला दर्ज किया है। उन्होंने इस मामले का अधिक विवरण नहीं दिया। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में बिल्डर के दो साझेदारों सुनील जैन एवं संजय पूर्णिमा को मामले में गिरफ्तार किया गया है।
मुंबई पुलिस ने यह भी बताया कि मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ रंगदारी का मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर में कुल 8 लोगों के नाम हैं, जिनमें 6 पुलिस कर्मी भी शामिल हैं. इस मामले में अब तक दो नागरिक गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
केस दर्ज करवाने वाले बिल्डर का आरोप है कि उनके खिलाफ दर्ज कुछ मामले और शिकायतों का निपटारा करने के बदले में उनसे 15 करोड़ की मांग की गई थी। जिन पुलिस अधिकारियों के नाम शिकायत में हैं, उनमें से एक मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट में डीसीपी हैं। जबकि अन्य पुलिसकर्मी क्राइम ब्रांच की अलग-अलग यूनिट्स में इंस्पेक्टर रैंक पर तैनात हैं। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, जांच अधिकारी जल्द ही इस मामले से जुड़े अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी।
A case of extortion registered against former Mumbai Police Commissioner Param Bir Singh (in file pic), at Marine Drive Police Station. Complainant is a businessman. FIR names a total of 8 people,incl 6 Police personnel. Two civilians arrested in this matter so far: Mumbai Police pic.twitter.com/2tHMbIB7Wg
— ANI (@ANI) July 22, 2021
बता दें कि पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली का गंभीर लगाया था। इस मामले के बाद महाराष्ट्र में सियासी भूचाल आ गया था। उनके इस आरोप के बाद अनिल देशमुख को गृहमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। वहीं परमबीर सिंह को भी अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी।