समग्र समाचार सेवा
उज्जैन, 15जुलाई।सावन आते ही उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल के दरबार में भक्तों का हुजूम लगना शुरू हो जाता है. इस दौरान सबसे ज्यादा कांवड़ यात्रियों की ही भीड़ उमड़ती है, लेकिन इस बार ये कांवड़ यात्री बाबा महाकाल के दर्शन नहीं कर पाएंगे. मंदिर में कांवड़ यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है कि जिसे भी मंदिर में प्रवेश लेना है उसे प्री-बुकिंग करानी ही पड़ेगी।
यहां महाकाल के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाई जा सकती है। अब 8 से 10 हजार लोग रोजाना महाकाल के दर्शन कर सकेंगे कलेक्टर आशीष सिंह ने जुलाई के अंतिम सप्ताह से शुरू होने जा रहे सावन माह के लिए ने तैयारियों के निर्देश मंदिर समिति और प्रशासक को दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, इस वर्ष भी महाकाल मंदिर की सावन की सवारी नए मार्ग से निकाली जाएगी।
आपको बता दें, फिलहाल मंदिर में 3500 श्राद्धलू प्री-बुकिंग के मध्याम से, और करीब डेढ़ हजार श्राद्धलू 251 रुपए की रसीद कटवाकर दर्शन कर सकते हैं. जुलाई के अंत तक यह सख्या 5 गुना तक बढ़ने की उम्मीद है।
मंदिर में प्रवेश करने वाले लोगों को कोविड-19 के दिशा निर्देशों के तहत सभी सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा। पंजीकरण के साथ श्रद्धालुओं को टीकाकरण प्रमाणपत्र समेत कोविड-19 की जांच रिपोर्ट देनी होगी, जिसमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हो। जो श्रद्धालु अपनी जांच रिपोर्ट नहीं ला सकते हैं उनकी तुरंत जांच करने के लिए यहां एक केन्द्र स्थापित किया जाएगा। देश में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर भी एक है। यहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।